रिजर्व बैंक ने नहीं किया ब्याज दरों में बदलाव, अर्थव्यवस्था में सुधार का दिया भरोसा
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: मौद्रिक नीति समिति की तीन दिनों तक चली गहन बैठक के बाद आज रिजर्व बैंक ने रेपो रेट, रिवर्स रेपो रेट, एमएसएफ रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि, रेपो रेट (Repo rate) को 4 फीसदी पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया गया है। इसी प्रकार रिवर्स रेपो रेट (RRR) का 3.35 फीसदी पर बरकरार रखा गया है। बता दें कि रेपो रेट वह दर होता है जिस दर पर रिजर्व बैंक दूसरे बैकों को लोन उपलब्ध कराता है।
रेपो रेट, रिवर्स रेपो रेट, एमएसएफ रेट में कोई बदलाव नहीं होने के कारण लोगों के ईएमआई में भी कोई बदलाव नहीं होगा।
आरबीआई गवर्नर ने कहा, “2021-22 में वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान 9।5 फीसदी है। यह पहली तिमाही में 18.5%, दूसरी तिमाही में 7.9%, तीसरी तिमाही में 7.2% और चौथी तिमाही में 6.6% रहेगी। सीपीआई मुद्रास्फीति 2021-22 में 5.1 फीसदी रहने का अनुमान है।”
उन्होंने अनुमान लगाया कि मॉनसून सामान्य रहने से अर्थव्यवस्था की हालत सुधरने में मदद मिलेगी। दास ने कहा कि मुद्रास्फीति में हाल में आई गिरावट से कुछ गुंजाइश बनी है, आर्थिक वृद्धि को पटरी पर लाने के लिए सभी तरफ से नीतिगत समर्थन की आवश्यकता है।
बता दें कि आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि के अनुमान को 10.5 फीसदी से घटाकर 9.5 फीसदी किया है।
उन्होंने कहा कि हमारा अनुमान है कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डालर से ऊपर निकल गया है। बता दें कि बैठक से पूर्व भी विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया था कि ब्याज दरों को इस बार भी अपरिवर्तित रखा जायेगा। कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर आरबीआई ने मार्च 2020 से रेपो रेट में कुल 115 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है।