‘26/11’ का आरोपी तहव्वुर राणा: NIA की 18 दिन की कस्टडी में शुरू हुई पूछताछ
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा को गुरुवार शाम दिल्ली लाया गया, जहां उसे अमेरिकी प्रत्यर्पण आदेश के तहत भारत लाया गया है। जैसे ही विमान दिल्ली में उतरा, एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की टीम और एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) कमांडोज़ की निगरानी में राणा को सीधे कोर्ट ले जाया गया, जहां उसे 18 दिन की NIA कस्टडी में भेजा गया। इसके बाद उसे सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित एनआईए मुख्यालय की हाई सिक्योरिटी सेल में शिफ्ट कर दिया गया।
पूछताछ की शुरुआत:
सूत्रों के अनुसार, तहव्वुर राणा को NIA मुख्यालय की ग्राउंड फ्लोर पर एक 14×14 फीट की सेल में रखा गया है। इस सेल में CCTV कैमरे, एक बिस्तर और टॉयलेट की सुविधा है। यहां 24 घंटे सुरक्षा गार्ड तैनात हैं और केवल 12 अधिकारी ही अंदर प्रवेश कर सकते हैं।
आज सुबह 10 बजे से पूछताछ शुरू हुई। यह एक CCTV निगरानी वाले कमरे में हुई जिसमें एसपी और डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी शामिल हैं। हर दिन की पूछताछ का डायरी में रिकॉर्ड रखा जाएगा और अंत में एक डिस्क्लोजर स्टेटमेंट तैयार किया जाएगा।
राणा के वकीलों ने अमेरिका में दावा किया था कि उसे अस्थमा, पार्किंसन, हृदय रोग और ब्लैडर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियाँ हैं और भारतीय जेल में रहना उसके लिए मौत के बराबर होगा। लेकिन अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने उसकी अपील खारिज कर दी थी। अब भारत में हर 48 घंटे में उसका मेडिकल चेकअप किया जाएगा और आत्महत्या जैसी किसी भी संभावना को रोकने के लिए विशेष सावधानी बरती जा रही है।
जांच का पहला चरण:
NIA की शुरुआती पूछताछ में राणा की पारिवारिक और पेशेवर पृष्ठभूमि, मेडिकल करियर से आतंकवाद की ओर उसका रुख, और 2008 में भारत यात्रा के दौरान उसकी पत्नी की मौजूदगी पर सवाल किए जा रहे हैं।
एक अहम सवाल ये है कि क्या राणा की पत्नी को उसके आतंकी नेटवर्क के बारे में जानकारी थी? क्या वह डेविड हेडली से उसके संबंधों के बारे में जानती थी?
26/11 मुंबई हमलों की जांच:
अब पूछताछ का मुख्य फोकस 26/11 के मुंबई हमलों पर है जिसमें 166 लोगों की जान गई थी। राणा पर आरोप है कि उसने डेविड हेडली की जासूसी यात्राओं में मदद की, फर्जी वीजा दिलवाया और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के संपर्क में था।
NIA पूछेगी:
- 26 नवंबर 2008 को वह कहां था?
- उसने 8-21 नवंबर के बीच भारत में किनसे मुलाकात की?
- उसे हमले की जानकारी कब हुई?
- हेडली से उसका संबंध कितना गहरा था?
- हेडली को क्या जानकारी मिली और किससे साझा की?
- क्या उसने टारगेट चुनने और उनकी निगरानी में भूमिका निभाई?
लश्कर-ए-तैयबा और ISI कनेक्शन:
जांच में राणा और लश्कर-ए-तैयबा के संबंधों पर भी फोकस रहेगा:
- क्या उसने लश्कर चीफ हाफिज सईद से मुलाकात की थी?
- क्या उसने आर्थिक या लॉजिस्टिक मदद दी?
- क्या वह LeT के अन्य सदस्यों की पहचान कर सकता है?
- पाकिस्तानी ISI की भूमिका क्या रही?
- हेडली को ISI से किसने मिलवाया?
- क्या मुंबई के अलावा अन्य भारतीय शहर भी टारगेट थे?
- हमला शुरू होने पर किसने निर्देश दिए?
तहव्वुर राणा से आने वाले दिनों में गहन और तकनीकी पूछताछ की जाएगी, जिसमें भारत की सबसे बड़ी आतंकवादी घटना की जड़ तक पहुंचने की कोशिश होगी। अब देश की निगाहें इस केस पर टिकी हैं कि क्या भारत को 26/11 के मास्टरमाइंड्स तक पहुंचने में कोई नई जानकारी मिल सकेगी।