हलद्वानी हिंसा में 4 लोगों की मौत, 149 घायल; दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: नैनीताल की जिलाधिकारी वंदना सिंह ने शुक्रवार को बताया कि हलद्वानी में हिंसा भड़कने से 4 लोगों की मौत हो गई है और 149 लोग घायल हो गए हैं। हिंसा तब शुरू हुई जब सरकार के आदेश पर पुलिस कर्मियों द्वारा एक अवैध मदरसे को ध्वस्त कर दिया गया। इससे मुस्लिम समुदाय के स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच झड़प हो गई।
Court orders to remove an illegal Madrasa in Haldwani, Uttarakhand were being followed when the Muslim mob turned violent and took to stone-pelting. A police station has been set on fire. 20 police personnel have sustained serious injuries; one narrowly escaped being burnt alive. pic.twitter.com/Dx3ESHI5b1
— Anand Ranganathan (@ARanganathan72) February 8, 2024
ताजा खबरों के मुताबिक, हलद्वानी के बनभूलपुरा में हुई हिंसा के बाद पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। क्षेत्र में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं और नैनीताल जिला प्रशासन ने भी सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है।
स्थानीय पुलिस के अलावा, पीएसी और अर्धसैनिक बल की टुकड़ियों सहित अतिरिक्त बलों को हलद्वानी के हिंसा प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है।
गुरुवार को बनभूलपुरा थाने की एक पुलिस टीम ने ‘मलिक का बगीचा’ नामक स्थान पर स्थित एक अवैध मदरसे और एक नमाज स्थल को ध्वस्त कर दिया। दोपहर करीब दो बजे पुलिस टीम मौके पर पहुंची और अवैध ढांचे को ढहा दिया। इससे गुस्साए स्थानीय लोगों ने पुलिस टीम पर पथराव किया।
भीड़ के हमले के बाद पुलिसकर्मी भागने को मजबूर हो गये। दरअसल इलाके में स्थित हर छत से लोगों की ओर से पुलिस पर पथराव किया जा रहा था। पुलिस टीम बनभूलपुरा थाने पहुंची तो मुस्लिम समुदाय के उपद्रवियों ने थाने को चारों तरफ से घेर लिया। पुलिस के मुताबिक, भीड़ ने थाने पर कब्ज़ा करने की कोशिश की और कर्मियों पर पथराव जारी रखा।
हालाँकि भीड़ यहीं नहीं रुकी और पुलिस स्टेशन पर पेट्रोल बम फेंका और पूरे ढांचे को जला दिया। भीड़ ने थाने में घुसकर तोड़फोड़ की और एसओ का दफ्तर जलाने की कोशिश की। अधिकारियों ने कहा कि कई उपद्रवी पुलिस स्टेशन में घुस गए थे।
थाना प्रभारी नीरज भाकुनी के कार्यालय में तोड़फोड़ की गई। पुलिस कर्मियों ने दावा किया कि थाने में घुसने वालों के हाथों में पेट्रोल बम थे। थाने के बाहर खड़ी पुलिस की गाड़ियां भी जला दी गईं। उपद्रवियों ने 20 से ज्यादा बाइकें जला दीं।
पुलिस अधीक्षक हरीश चंद्र वर्मा समेत 40 पुलिसकर्मी थाने में ही फंस गये। अधिकारियों के मुताबिक, अंदर फंसे कर्मियों में ज्यादातर महिलाएं थीं। घटना के वक्त एक महिला कांस्टेबल वायरलेस पर उच्च अधिकारियों को हमले की जानकारी दे रही थी। लेकिन इससे पहले कि वह खुद को समझा पाती बिजली काट दी गई।
न सिर्फ पुलिस की गाड़ियों पर हमला किया गया, बल्कि मीडिया कर्मियों की गाड़ियों को भी जला दिया गया। बनभूलपुरा क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई तो शाम करीब सात बजे मुख्य बाजार की दुकानें बंद होने लगीं। 1 घंटे के अंदर पूरा बाजार बंद हो गया। पूरे इलाके में तनाव व्याप्त हो गया। इलाके की कई फ़ैक्टरियाँ, सब्ज़ी बाज़ार और कपड़ा बाज़ार बंद हो गए। इसके अलावा नैनीताल रोड और बरेली रोड स्थित दुकानें भी बंद रहीं।