बिहार में बाढ़ से 49 लाख लोग प्रभावित
चिरौरी न्यूज़
पटना: बिहार में बाढ़ की स्थिति ज्यादा ख़राब हो गई है, राज्य के 14 जिलों के 112 प्रखंडों में तक़रीबन 49 लाख से ज्यादा की आबादी प्रभावित है। जनजीवन अस्तव्यस्त है, और जान-माल का नुकसान हर दिन हो रहा है। राज्य सरकार ने अगले कुछ दिनों में भारी वर्षा की आशंका को देखते हुए दरभंगा और समस्तीपुर को किसी भी हालत से निपटने के लिए अलर्ट किया है। चार लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है।
बिहार से बहने वाली नदियाँ कोसी, गंडक, बूढ़ी गंडक, अधवारा, बागमती, महानंदा और घाघरा नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इसके साथ ही गंगा नदी में भी पानी चढ़ रहा है। बिहार के जल संसाधन विभाग ने बताया कि सभी तटबंध सुरक्षित हैं और और लगातार निगरानी की जा रही है। नदियों में पानी बढ़ने से तटबंधों पर दवाब है। दरभंगा जिले में केवटी प्रखंड की करजापट्टी पंचायत के बिरने गांव में शनिवार को दोबारा बागमती नदी का पूर्वी तटबंध टूट गया जिस से कई गाँव में पानी में डूब गए।
मुजफ्फरपुर जिले में रविवार तड़के तिरहुत नहर का तटबंध टूट जाने से मुरौल प्रखंड के कम से कम एक दर्जन गांवों में पानी भर गया। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की दो टीमें मौके पर तैनात की गयी हैं। मुजफ्फरपुर 16.89 लाख बाढ़ प्रभावितों के साथ ही बाढ़ से सबसे अधिक तबाह जिला है। दरभंगा जिला दूसरे नंबर पर है जहां बाढ़ से 12.40 लाख लोग बेहाल हैं। पूर्वी चंपारण 8.09 लाख बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ तीसरे नंबर पर है। बुलेटिन के अनुसार एनडीआरएफ की 20 और एसडीआरएफ की 11 टीमें बचाव अभियान में लगी हैं और उन्होंने अब तक 4.03 लाख लोगों को प्रभावित क्षेत्रों से बाहर निकाला।
बिहार सरकार की तरफ से बाढ़ राहत शिविर चलाये जा रहें हैं जिसमें बताया जा रहा है कि अभी तक २७ हज़ार लोगों को ठहराया गया है। बाढ़ रहत शिविर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना जांच के आदेश भी दिए है। बता दें कि बिहार में बाढ़ और कोरोना का डबल अटैक है। एक तरफ लोग बाढ़ से बचने का उपाय कर रहे हैं और दूसरी तरफ कोरोना से। ऐसे में राहत और बचाव के लिए लोग सरकारी मशीनरी पर ज्यादा निर्भर हैं।
सूचना सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि राज्य में बाढ़पीड़ितों के लिए 1340 सामुदायिक किचेन चलाये जा रहे, जिनमें 8।82 लाख लोगों को प्रतिदिन भोजन कराया जा रहा है। सूचना सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ राहत केंद्रों में कोरोना जांच के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉल कर कोरोना मरीजों की जानकारी लेन का निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया है। इसके साथ ही सभी जिलों में एंबुलेंस की पर्याप्त संख्या होने तथा वेंटिलेटर के साथ आइसीयू की सुविधा उपलब्ध करयी गयी है।