खाद्य तेलों के दामों ने 11 साल का रिकॉर्ड तोड़ा

To reduce the prices of edible oils, the central government sets the limit of storageचिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: देश में कोरोना के कारण लॉक डाउन लगा हुआ है जिसमें कई लोगों की नौकरी जाती रही, कई सारे लोग बेरोजगार हो गए और निम्न मध्यम और मध्यम वर्गों की आमदनी तक़रीबन जीरो हो गयी। आम आदमी जैसे तैसे अपने घर का खर्चा निकल ले रहा था लेकिन बढती मंहगाई ने तो जैसे कमर ही तोड़ दी है।

कोरोना के समय देश में खाद्य तेलों के दामों में भी लगातार बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है और अब ये 11 साल में सबसे ज्यादा रिकॉर्ड ऊँचे स्तर पर पहुँच गयी है।

बढती हुई कीमतों को देखते हुए खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग ने इसमें शामिल सभी पक्षों से बैठक की और खाद्य तेलों के दाम में कमी लाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के लिए कहा है।

विभाग ने एक बयान जारी कर कहा है कि, “पिछले कुछ महीनों में अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद्य तेल की कीमत के मुकाबले भारत में इनके दामों में कहीं अधिक बढ़ोत्तरी दर्ज की गयी है। इस पर केंद्र सरकार ने भी अपनी चिंता जाहिर की थी। जिसके बाद खाद्य तेल के व्यापार से सम्बंधित सभी पक्षों को इस बैठक को बुलाया गया था।”

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