रेलवे निभा रहा है रेस्क्यू ऑपरेटर की भूमिका
अभिषेक मल्लिक
नई दिल्ली: भारतीय रेल, भारत में ही नहीं, दुनिया में सबसे बड़ा नियोक्ता है। 12 हज़ार से ज्यादा ट्रेन एक दिन में चलती है, और तक़रीबन 20 करोड़ लोग इस से एक दिन में सफ़र करते है। अब कोरोना के कारण बंद हुए ट्रेन को फिर से चलने कि अनुमति सरकार ने दी है जिससे लोफों को आने-जाने में सुविधा हो सके। कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के बाद कई सारे लोग जहाँ तहां फंसे हुए हैं और सरकार का ये फैसला वैसे लोगों को थोड़ी राहत देगी।
भारतीय रेल की क्षमता करोड़ों लोगों को अपने गंतव्य तक पहुँचाने की है, और अगर ये ट्रेने सुचारू रूप से चलने लगेंगे तो इससे सड़कों पर पैदल चलने वाले मजदूरों को जरुर सहायता मिलेगी।
वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए भारत सरकर ने लॉकडाउन 4 को 31 मई तक के लिए बढाया गया है। गौरतलब है की ये लॉकडाउन बाकि के लॉकडाउन से बिलकुल अलग है इसमें कई प्रकार छूट भी मिली है जिस कारण कई राज्यों में जन-जीवन की हालात अब सामान्य होने की राह पर अग्रसर है लेकिन अभी भी कोरोना के बढ़ते आंकड़े चिंता बढाती है। देश में अब कोरोना के मरीज की संख्या एक लाख के पार पहुँच गयी है लगातार ये संख्या बढ़ रही है ऐसे में ज्यादा छूट देना भी कोरोना को आमंत्रण देने जैसा होगा।
हालांकि अब संकेत ये भी आ रही है की लॉकडाउन में धीरे-धीरे और ढील दी जाएगी। ट्रेन और हवाई यात्राएं की स्थिति सामान्य करने की कवायद भी चल रही है, हालांकि लॉकडाउन 3।0 में प्रवासी मजदूरों के लिए कुछ ख़ास ट्रेन चली थी लेकिन 12 मई यानि लॉकडाउन 4 से कुछ दिन पहले कुछ और ट्रेनों को शर्तों के साथ पटरी पर दौड़ने का आदेश दे दिया गया जिससे लोगो को सुविधा हो सके। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए रेलवे ने स्टेशनों पर काउंटर टिकट बुकिंग की सुविधा बंद कर दी थी। अभी जो ट्रेने चल रही है उसके लिए लोगो को ऑनलाइन बुकिंग करवानी होती थी।
लेकिन इस पर रेलवे ने बड़ा फैसला लिया है की आज यानि शुक्रवार (22मई) से रेलवे काउंटर पर आरक्षण करवा सकेंगे। रेलवे के मुताबिक टिकट के लिए यात्री रेलवे स्टेशन पर काउंटर से टिकट ले सकेंगे। टिकट बुकिंग के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जिम्मेदारी जोनल रेलवे की होगी। इससे पहले ही रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ये साफ कर दिया था की आने वाले दिनों काउंटर से बुकिंग शुरू हो जाएगी। ये निर्णय रेल विभाग की टीम सुरक्षा के सभी पहलू को ध्यान में रखकर लिया है।
रेलवे यात्री की सुविधा के लिए 1 जून से 200 ट्रेन चलाने का फैसला किया है। इसकी बुकिंग गुरुवार से शुरू हो जाएगी। हालाँकि ऐसी परस्तिथि में ये फैसला कई मायनो में ख़ास है क्योंकि रेल पटरी पर लौटने से लोगो की ज़िंदगी सामान्य तो होगी लेकिन कोरोना को मात देने की चुनौती भी बढ़ जाएगी। ऐसे में अगर कोरोना पीड़ित की संख्या बढ़ती है तो लॉकडाउन में मिली छूट पर पाबन्दी लग सकती है।