टोक्यो ओलंपिक में भारत अपना अब तक का श्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा : राजीव मेहता

चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: अन्तरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस पर आज यहां फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पेफी) ने खेल मंत्रालय के सहयोग से ‘वेबिनार ओलंपिजम’ का आयोजन किया, जिसमे देश के जाने माने शारीरिक शिक्षाविदों, खेल प्रशासकों, द्रोणचार्य अवार्डियो,  खेल विशेषज्ञों और पत्रकारों ने भाग लिया और भारतीय खेलों और ओलंपिक आंदोलन में भारतीय भागीदारी पर विचार व्यक्त किए।

भारतीय ओलंपिक संघ के महासचिव राजीव मेहता, कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडेय, पेफी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉक्टर ए के उप्पल, हॉकी द्रोणाचार्य अवार्डी अजय कुमार बंसल, क्रीड़ा भारती के राज जी चौधरी और श्री प्रसाद महंकार, आयोजक सचिव चेतन कुमार, एल एनआईपीई के डॉक्टर विवेक पांडे, दिल्ली विश्वविद्यालय की एसोसिएट प्रोफेसर स्मिता मिश्रा और वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र सजवान ने ओलंपिक वेबिनार में भाग लिया और माना कि भारत में ओलंपिक की गंभीरता को देर से समझा गया लेकिन अब ओलंपिक आंदोलन धीरे धीरे रफ्तार  पकड़ रहा है।

राजीव मेहता के अनुसार खेल मंत्रालय और आईओए के बीच बेहतर तालमेल के चलते भारतीय खेल सही दिशा में बढ़ रहे हैं। उनके अनुसार टोक्यो ओलंपिक में भारत अपना अब तक का श्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा। उन्होंने माना कि कोरोना के चलते खिलाड़ियों की तैयारी प्रभावित हुई लेकिन सभी ख़िलाड़ियों का मनोबल ऊंचा है।  आनंदेश्वर पांडे ने शारीरिक शिक्षकों की बेरोजगारी को गंभीर मुद्दा बताया और कहा कि खेल मंत्रालय और आईओए कोई हल निकालने का प्रयास करेंगे। डॉक्टर उप्पल और डॉक्टर पांडे के अनुसार शिक्षा और खेल के बीच तालमेल बिठा कर ही हम चैंपियन खिलाड़ी तैयार कर सकते हैं।

राजीव मेहता ने पेफी के प्रयासों को जमकर सराहा और उम्मीद जताई कि जल्दी ही पेफी  भारतीय ओलंपिक समिति द्वारा लाभान्वित होगी। मेहता मानते हैं कि शारीरिक शिक्षकों को कोरोना काल में बड़ी परेशानियों का सामना  करना पड़ा है। उन्हें फिर से मुख्य धारा से जोड़ने की जरूरत है।

डॉक्टर स्मिता मिश्र ने महिला खिलाड़ियों की सुरक्षा और उनके साथ जुड़ी परेशानियों का बखूबी उल्लेख किया और कहा कि भारतीय खेलों में महिलाओं की भागीदारी को सालों तक नकारा जाता रहा। अंततः पीटी उषा, शाइनी अब्राहम, गीता जुत्सी आदि ने कड़ी मेहनत से महिला खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का रास्ता दिखाया। बाद के सालों में मैरीकॉम, सायना नेहवाल, पीवी सिंधू, साक्षी मालिक ने दिखाया कि वे पुरुषों से कम नहीं हैं।

वरिष्ठ पत्रकार सजवान ने स्कूल और कॉलेज स्तर पर खेलों को बढ़ावा देने का आह्वान किया और खेल मंत्रालय से आग्रह किया कि स्कूल गेम्स फेडरेशन और विश्विद्यालय खेल संघ पर नकेल डालने के बाद ही  ओलंपिक आंदोलन सही  दिशा में बढ सकता है।

हॉकी द्रोणाचार्य अजय बंसल और वेबिनार में भाग लेने वाली तमाम खेल हस्तियों ने पेफी के महासचिव पीयूष जैन और उनकी टीम के प्रयासों को सराहा। इस अवसर पर जैन ने कहा कि वह ओलंपिक दिवस की शुभकामना के साथ कार्यक्रम की एक संक्षिप्त रिपोर्ट खेलमंत्री किरण रिजिजू को सुपुर्द करेंगे। सभी मानते हैं कि भारतीय ओलंपिक आंदोलन धीमी रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।

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