कुछ ही घंटे पहले का जन्मा बच्चा जिंदा मिला मिट्टी के गड्ढे के अंदर
शिवानी रज़वारिया
नई दिल्ली: एक बच्चा जब जन्म लेता है तो वह किसी के घर का चिराग़ होता है या किसी के घर की रोशनी बनता है। पर आज उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर से आई घटना दिल-दहलाने वाली है, जहां एक नवजात शिशु को जिंदा दफना दिया गया। लोगों ने बच्चे की आवाज़ सुन उसे मिट्टी के अंदर से बाहर निकाला।
ये घटना हुई है उत्तरप्रदेश के ज़िला सिद्धार्थनगर, थाना कोतवाली जोगिया क्षेत्र, गांव सोनौरा टोला में जहाँ एक अज्ञात नवजात बच्चे को मिट्टी में दफ़न कर दिया गया था, लेकिन बच्चे की आवाज सुनकर लोगों ने उसे निकला।
दरअसल,थाना कोतवाली जोगिया क्षेत्र के गांव सोनौरा टोला में घनश्याम नाम के युवक का घर बन रहा है, जिसके लिए मज़दूर मिट्टी खोदकर ला रहे थे। इसी दौरान उन लोगों को एक बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। बच्चे की आवाज़ सुनकर मज़दूर उस जगह पहुंचे तो वहां उन्होंने देखा कि ज़मीन से कुछ मिट्टी हिल रही है उन्होंने डरते हुए मिट्टी को हटाया तो बच्चे का हाथ नजर आया जिसे देख लोग हैरान रह गए। गांव वालों ने डरते डरते मिट्टी से बच्चे को बाहर निकाला बच्चा पूरी तरह मिट्टी से सना हुआ था।
नवजात शिशु की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई और बच्चे को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने बताया कि बच्चे की सांस की नली के अंदर मिट्टी चली गई है लेकिन बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है।
अभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोगिया में नवजात का इलाज चल रहा है। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मानवेन्द्र पाल ने बताया कि नवजात को देखकर लगता है कि उसका जन्म कुछ ही देर पहले हुआ होगा। नवजात की सांस नली में कुछ मिट्टी चली जाने के कारण लोग चिंता में थे लेकिन बच्चा फिलहाल ठीक है। कुछ लोगों ने इस घटना का एक वीडियो भी बनाया, जो दिल दहला देने वाला है।
बच्चे को गोद लेने के लिए लोग बढ़-चढ़कर आगे आ रहे हैं। नवजात को गोद लेने के लिए गांव के ही द्वारिका की पत्नी लक्ष्मी ने अपनी इच्छा जताई है कि वह नवजात को गोद लेना चाहती हैं। लक्ष्मी के साथ ही अन्य लोगों ने भी बच्चे को गोद लेने की पहल की है।
बच्चे के परिवार उसके माता पिता का फिलहाल पता लगाया जा रहा है। जोगिया थाना इंचार्ज अंजनी राय ने कहा कि पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।