भारतीय हॉकी टीम स्वर्ण पदक की दौर से बाहर, कांस्य जीतने का एक और है मौका
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: टोक्यो ओलंपिक में भारत की पुरुष हॉकी की टीम आज खेले गए एक सेमीफाइनल में बेल्जियम के हाथों हारकर स्वर्ण पदक की दौर से बाहर हो गयी। भारत को बेल्जियम ने 2-5 से हराया। अब भारतीय टीम कांस्य जीतने का प्रयास करेगी, जो उसने अंतिम बार 1972 के म्यूनिख ओलंपिक में जीता था। एक समय में भारत मैच में 2-1 से आगे था लेकिन बेल्जियम के ड्रैग फ्लिकर एलेक्सजेंडर हेंडरिक्स (19वें, 49वें, 53वें) की शानदार हैट्रिक के दम पर मौजूदा वर्ल्ड चैम्पियन बेल्जियम ने भारत को एकतरफा हार को मजबूर कर दिया। बता दें कि एलेक्सजेंडर हेंडरिक्स को दुनिया से सबसे खतरनाक ड्रैग फ्लिकर माना जाता है।
अब भारत को कांस्य पदक के लिए जर्मनी और आस्ट्रेलिया के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल हारने वाली टीम से होगा। वहीं इस मैच के विजेता से बेल्जियम भिड़ेगा। बहरहाल, मैच का पहला गोल बेल्जियम की ओर से हुआ। यह गोल लोइक फेनी लुपर्ट ने दूसरे मिनट में हासिल पेनाल्टी कार्नर पर किया। मैच शुरु होने के साथ ही भारत पीछे हो चुका था।
भारतीय टीम दबाव में थी। लेकिन इस दबाव से निकलकर सातवें मिनट में गोल कर हरमनप्रीत सिंह ने मैच में रोमांच ला लिया। हरमनप्रीत ने यह गोल पेनाल्टी कार्नर पर किया। अब स्कोर 1-1 हो चुका था। इसके बाद कप्तान मंदीप सिंह खुद मोर्चा सम्भाला और नौवें मिनट में एक बेहतरीन फील्ड गोल के जरिए भात को 2-1 से आगे कर दिया। भारत पहले क्वार्टर तक मैच में बना हुआ था, लेकिन उसके बाद बेल्जियम की टीम ने ताबड़तोड़ हमला कर के मैच का रुख ही पलट दिया।