आख़िर फिर से क्यों आ रहा रामायण ?
दिव्यांश यादव
वक्त किसी के लिए नहीं रुकता और वापस भी नहीं आता, लेकिन जब से कोरोना आया है कहीं ना कहीं इससे पुरानी और विलुप्त होने के कगार पर स्थित समाजिक सभ्यता को ही वापस ला दिया है । एक वक्त था जब हम सभी छोटे थे तब उस समय लोकप्रिय और पसंदीदा धारावाहिक रामायण, महाभारत, शक्तिमान इत्यादि टीवी पर दिखाए जाते थे।
वक्त बदले, हालात बदले, परिस्थितियां बदली और धीरे-धीरे हम दूर होते गए, सबके पास वक्त की कमी होने लगी और टीवी, मोबाइल के छोटे चारदीवारी के बीच हमारी दुनियां सिमट कर रह गई ।
पहले पूरा परिवार एक साथ टीवी देखता था पर अब किसी के पास वक्त नहीं लेकिन जबसे कोरोना आया है, तब से इसने वही पुराने दिन को दुबारा ला दिया है । दरअसल लोग कोरोना संक्रमित होने के डर से अपने-अपने घर पर हैं, समय व्यतीत कर पाना मुश्किल हो रहा है । भारत सरकार ने फिर से दूरदर्शन पर रामायण और महाभारत के प्रसारण की अनुमति दी है।
क्यों हो रहा दुबारा प्रसारण
कोरोना वायरस की वजह से देश में हालात इस वक्त कुछ ठीक नहीं हैं। लगातार नए संक्रमित लोगों की संख्या सामने आ रही है। कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या भी 10 से ऊपर हो गई है और इससे बचाव के लिए भारत सरकार ने 21 दिनों की लॉक डाउन की घोषणा की है। ऐसे में लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं।
लोग घर पर बैठे बोर हो रहे हैं, तो वह टीवी और इंटरनेट की ओर भाग रहे हैं। लोग सोशल मीडिया पर, ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स और सर्विस प्रावाइडर्स से पसंदीदा शो की मांग कर रहे हैं। एक ऐसी ही मांग है, अपने समय के फेमस टीवी शो रामायण और महाभारत को वापस डीडी के चैनल्स पर प्रसारित करने की लोगों ने की थी
रामायण का इतना महत्त्व क्यों
साल 1987 में रामनंद सागर ने ‘रामायण’ बनाई। ठीक इसके एक साल बाद 1988 में बी.आर. चोपड़ा ने ‘महाभारत’ को पर्दे पर उतारा। टीवी के इस नए दौर में भारतीयों घरों में इन दोनों ही धार्मिक धारावाहिकों ने धूम मचा दी। उस समय इस शो को देखने के लिए लंबी-लंबी कतारें लगा करती थीं। अब देखना है क्या इस समय जब लोग कोरोना से घरों में बन्द हैं,क्या ये शो फिर से एक बार दर्शकों की पहली पसंद बनेगा ?