गलवान घाटी संघर्ष के नायक कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत महावीर चक्र प्रदान किया गया
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: गलवान घाटी में चीन के छक्के छुड़ा देनेवाले भारतीय सेना के वीर योद्धा कर्नल संतोष बाबू को मंगलवार को एक अलंकरण समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा दूसरे सर्वोच्च युद्धकालीन वीरता पदक – महावीर चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया।
दिवंगत कर्नल की मां और पत्नी ने राष्ट्रपति से पुरस्कार ग्रहण किया। ऑपरेशन स्नोलेपर्ड के दौरान लद्दाख सेक्टर में गलवान घाटी में दुश्मन के सामने एक ऑब्जर्वेशन पोस्ट की स्थापना करते हुए चीनी सेना के हमले का विरोध करने के लिए संतोष बाबू को वीरता पदक से सम्मानित किया गया था।
गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच हुए भीषण भीषण संघर्ष में 20 सैनिक शहीद हो गए थे। इसमें भारत से ज्यादा चीन की सैनिकों की मृत्यु हुई थी। इस संघर्ष के कारण भारत का रुख सख्त हो गया, जिसने चीनी सैनिकों द्वारा अपरंपरागत हथियारों के इस्तेमाल के बाद अब सैनिकों को गश्त के दौरान हथियारों का उपयोग करने की अनुमति दी है।