एसजेवीएन को पर्यावरण संरक्षण के लिए मिला प्रतिष्ठित ग्रीनटेक अवार्ड
चिरौरी न्यूज़
शिमला: भारत की महत्वपूर्ण कंपनी एसजेवीएन को पर्यावरण संरक्षण में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए प्रतिष्ठित ग्रीनटेक अवार्ड से सम्मानित किया गया. श्री नन्द् लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी को पर्यावरण संरक्षण में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए ग्रीनटेक अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह अवार्ड एसजेवीएन द्वारा अपनी निर्माणाधीन परियोजनाओं, विशेष रूप से उत्तराखंड में 60 मेगावाट की नैटवाड़ मोरी जलविद्युत परियोजना, हिमाचल प्रदेश में 210 मेगावाट लूहरी चरण-I जलविद्युत परियोजना और 66 मेगावाट धौलासिद्ध जलविद्युत परियोजना में अपनाए गए पर्यावरण संरक्षण उपायों के लिए प्रदान किया गया है।
श्री नन्दऔ लाल शर्मा ने कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि “इस प्रकार के अवार्डबिजनेस उत्कृष्टता और सततशीलताके मूल्योंम में हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते है तथा एसजेवीएन के अनुकरणीय संचालन और प्रणालियों को मान्यीमकृत करते हैं।”
पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने वाले संगठनों को यह प्रतिष्ठित ग्रीनटेक अवार्ड प्रदान किए जाते हैं। विशिष्ट पेशेवरों, न्यायाधीशों और प्रतिष्ठित हस्तियोंसे युक्तट पैनल द्वाराअवार्ड के लिए नामांकित संगठनों का मूल्यांकन उनके द्वारा अपनाई गई पर्यावरण प्रबंधन योजनाओं के लिएकिया जाता है जिनका समुदाय पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता हो।
श्री नन्दा लाल शर्मा ने कहा कि एसजेवीएन के पास जलविद्युत, सौर और पवन परियोजनाओं का एक सशक्तदनवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो है और 2016.5 मेगावाट का उत्पादन पोर्टफोलियो पूरी तरह से ग्रीन ऊर्जा पर आधारित है। एसजेवीएन ने पर्यावरणीय जोखिमों को कम करने के लिए सभी लागू पर्यावरणीय कानूनों और मानदंडों का निरंतर अनुपालन किया जा रहा है। 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन और 412 मेगावाट रामपुर जलविद्युत स्टेशन पर उल्लेखनीय पर्यावरण प्रबंधन उपाय किए गए जिन्हें राष्ट्रीय स्तर और विश्व बैंक द्वारा मान्यीलकृत किया गया है।
एसजेवीएन की ओर से, श्री वी. शंकरनारायणन, कार्यकारी निदेशक ने अवार्ड प्राप्त किया। वर्ष 2000 में स्थापित ग्रीनटेक फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संगठन है जो कार्यस्थल पर सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने में उत्कृष्ट प्रदर्शन के को पहचानने और मान्यीेकृत करने के लिए प्रतिबद्ध है।