रियो टिंटो, सीएएफ इंडिया और साक्षी ने गुरुग्राम में कोरोना वारियर्स को समर्थन देने के लिए हाथ मिलाया
चिरौरी न्यूज़
गुरुग्राम: आज जब दुनिया कोरोना वायरस से जूझ रही है, कई कंपनियों और हितधारकों ने महामारी से पैदा हुए खतरे को कम से कम करने के लिए आपस में साझेदारी की है। रियो टिंटो ने कोरोना वायरस से जंग में सबसे आगे रहने वाले कोरोना वॉरियर्स को अपना सहयोग, समर्थन और मदद देने के लिए चैरिटीज ऐड फाउंडेशन (सीएएफ) से हाथ मिलाया है। स्वास्थ्य रक्षा क्षेत्र में जुटे कर्मियों को 200 पर्सनल प्रोटेक्शन किट (पीपीई) बांटकर इस अभियान की शुरुआत की गई। एक हफ्ते के दौरान 2600 किट स्वास्थ्य और सफाई कर्मियों में बांटी जाएगी। यह पहल स्वास्थ्य और सफाई कर्मियों के परिजनों की सुरक्षा संबंधी जरूरतों को पूरा करेगी। इससे कोरोना वारियर्स के घर और उनके एरिया का साप्ताहिक आधार पर सेनिटाइजेशन किया जाएगा।
इसके अलावा एक व्यापक जागरूकता अभियान शुरू किया जाएगा। महामारी में क्या करें और क्या न करें। इस संबंध में आईईसी मटीरियल (पैंफलेंट और लीफलेट) बांटा जाएगा। वॉल पेंटिंग बनाई जाएगी। कोरोना से बचाव संबंधी जागरूकता जगाने के लिए फिल्में दिखाई जाएंगी। आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल करने की ट्रेनिंग दी जाएगी। सोशल डिस्टेंसिंग को सुनिश्चित करने के लिए सार्वजनिक क्षेत्रों, जैसे हैंडपंप और राशन की दुकानों पर लोगों को दूर-दूर खड़ा करने के लिए घेरे बनाए जाएंगे।
समुदाय, गांव और ब्लॉक लेवल कमिटी का गठन किया जाएगा, जिसमें सरपंच, अध्यापक, एएनएम या आशा हेल्थ वर्कर और युवा नेता शामिल होंगे। यह कमिटियां यह सुनिश्चित करेंगी कि समुदाय के सदस्य कोरोना से बचाव के लिए विभिन्न माध्यमों से मिली सुरक्षा संबंधी जानकारी का पालन कर रहे हैं। ये कमिटियां मानदंडों के उल्लंघन, घरेलू हिंसा और उत्पीड़न की घटनाओं की रिपोर्ट करने के लिए भी जिम्मेददार होंगी। इस परियोजना से कमिटी के कार्यकर्ता विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में भी सक्षम रहेंगे।
रियो टिंटो के कंट्री हेड विक्रम मर्चेंट ने कहा, “यह कार्यक्रम स्थानीय समुदाय को समर्थन देने के रियो टिंटो के एकीकृत प्रयास का हिस्सा है। समाज में सबसे आगे रहकर कोरोना से जंग करने वाले स्वास्थ्यकर्मी और सफई कर्मचारी अपना जीवन जोखिम में डाल रहे हैं। कोरोना से बचाव के लिए उपायों और सुरक्षा प्रबंधों की इस पहल से इन कर्मचारियों, इनके परिवारों और समुदाय की रक्षा की जा सकेगी। मैं कोरोना से बचाव के लिए समाज को जागरूक करने और कोरोना वारियर्स को सम्मानित करने की इस पहल के लिए अपने साझीदारों, सीएफए इंडिया और साक्षी का बेहद आभारी हूं।”
सीएएफ इंडिया की सीईओ मीनाक्षी बत्रा ने इस तरह की कई अन्य पहल की जरूरत पर जोर देते हुए कहा, “भारत सबसे घने बसे देशों में से एक है। इससे यहां कोरोना वायरस जैसी महामारी को कंट्रोल करना काफी चुनौतीपूर्ण है। विश्व के कई देशों में हुए लॉकडाउन की तरह हमारा देश में सबसे ज्यादा लंबे समय तक और सबसे पहले लॉकडाउन करने वाले देशों में से एक रहा था। इस लॉकडाउन से कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने में मदद मिली, लेकिन अभी तक हमें कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने में कामयाबी नहीं मिल पाई है। आज सुरक्षात्मक उपकरणों , वेंटिलेटर और टेस्टिंग किट की डिमांड सबसे ज्यादा है। इस समय हमें सरकार के साथ खड़े रहने और उन्हें उतनी मदद देने की जरूरत है, जितनी हम दे सकते हैं। मैं रियो टिंटो को इस पहल का समर्थन करने और अपने एनजीओ पार्टनर साक्षी को इसे लागू करने के लिए बधाई देता हूं। मैं उनकी बेहद शुक्रगुजार हूं।“
साक्षी के निदेशक जुबेर खान एवं प्रेसिडेंट मृदुला टंडन ने जागरूकता अभियान के बारे में कहा, “समाज में अग्रिम मोर्चे पर डटे कोरोना वारियर्स के परिवार को भी सुरक्षित रखने की जरूरत है। कोरोना से बचाव के लिए समाज में जन जागरूरकता जगाना सबसे महत्वपूर्ण है। अलग-अलग समुदाय में मास्क पहनने और हाथों की अच्छी तरह सफाई करने की अहमियत और सोशल डिस्टेंसिंग बरकरार रखने के लिए बार-बार कहा जा रहा है। हम अपना समर्थन देने के लिए रियो टिंटो और सीएएफ इंडिया के बेहद आभारी हैं। उन्होंने हमें समाज में बेहद जोखिम की दहलीज पर बैठे समुदाय की मदद का मौका दिया है।