‘दिल्ली चलो’: कर्नाटक कांग्रेस विधायकों का जंतर मंतर पर भारी विरोध-प्रदर्शन, केंद्र से कम से कम 40 प्रतिशत टैक्स हिस्सेदारी की मांग की

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले केंद्र सरकार पर गुस्सा जताते हुए कर्नाटक कांग्रेस के विधायकों ने बुधवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस के सभी विधायकों, एमएलसी और सांसदों समेत अन्य नेताओं ने फंड जारी करने की मांग को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
कांग्रेस विधायकों के साथ युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता भी थे। मंच पर ‘हमारा कर, हमारा अधिकार’ और ‘हम उचित हिस्सा मांगते हैं’ के बैनर लगाए गए थे।
Karnataka CM Shri @siddaramaiah, Deputy CM Shri @DKShivakumar, along with MPs, MLAs & MLCs of Karnataka protest at Jantar Mantar against the injustice meted out to the state of Karnataka in the Union Budget.
📍 New Delhi pic.twitter.com/sjIXApDxet
— Congress (@INCIndia) February 7, 2024
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने किया। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र से मांग की कि 15वें वित्त आयोग के तहत पांच वर्षों के दौरान कर्नाटक को कथित तौर पर हुए 1.87 लाख करोड़ रुपये के नुकसान को ठीक किया जाए। सीएम ने कहा कि यह विरोध केंद्र सरकार और देश के लोगों का ध्यान राज्य की चिंताओं की ओर आकर्षित करने के लिए था।
“यह कोई राजनीतिक आंदोलन नहीं है, यह कर्नाटक के हित के लिए है। केंद्र फंड वितरण में राज्यों के बीच भेदभाव कर रहा है. हमारे साथ बहुत बड़ा अन्याय हुआ है. हमें अपने कर का कम से कम 40-45 प्रतिशत हिस्सा मिलना चाहिए,” सीएम सिद्धारमैया ने दिल्ली में कहा।
कर्नाटक से कांग्रेस के 135 विधायक, 28 एमएलसी, 1 लोकसभा सांसद और पांच राज्यसभा सांसद हैं। निर्दलीय विधायक दर्शन पुत्तनैया ने भी आंदोलन का समर्थन किया। विधायकों के अलावा, कर्नाटक के कई कांग्रेस पदाधिकारियों और युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया।
सीएम ने कहा था कि कर्नाटक केंद्र को 4.3 लाख करोड़ रुपये से अधिक कर देता है, जिसमें से लगभग 50,000 करोड़ रुपये ही राज्य को वापस दिए जाते हैं।
सीएम सिद्धारमैया ने कहा, “केंद्र को दिए गए 100 रुपये में से हमें केवल 12-13 रुपये ही मिल रहे हैं।”
कांग्रेस विधायकों ने केंद्र पर 15वें वित्त आयोग द्वारा अपनी अंतरिम रिपोर्ट में अनुशंसित 5,300 करोड़ रुपये की धनराशि जारी नहीं करने का आरोप लगाया। सीएम ने केंद्र पर पिछले पांच वर्षों में राज्य के साथ ‘अन्याय’ करने का आरोप लगाया, जिससे कथित तौर पर 1.87 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज किया
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सहित कई भाजपा नेताओं ने कांग्रेस नेताओं के दावों को खारिज कर दिया और कहा कि विभाग वित्त आयोग की सिफारिशों के अनुसार धन जारी कर रहा है।
राज्य भाजपा नेताओं ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर करदाताओं के पैसे को ‘बर्बाद’ करने का आरोप लगाया है और इसे ‘चुनावी स्टंट’ करार दिया है।