भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के ‘भूख’ वाले बयान से असमंजस में बड़े खिलाड़ी, रणजी में स्टार क्रिकेटरों की भागीदारी बढ़ने की संभावना

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट में विवाद कोई नई बात नहीं। टीम जब इंग्लैंड के खिलाफ अपने शानदार प्रदर्शन से दर्शकों का मनोरंजन कर रही है वहीं कुछ खिलाड़ियों का घरेलू क्रिकेट रणजी ट्रॉफी के ऊपर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को प्राथमिकता देने की वजह से विवाद उत्पन्न हो गया है।
मामला इतना बढ़ गया कि बीसीसीआई सचिव जय शाह को हस्तक्षेप करना पड़ा और उन सभी केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों को चेतावनी भेजनी पड़ी, जो इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को प्राथमिकता दे रहे हैं।
इस बीच, भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने भी रांची में बेन स्टोक्स और उनके लोगों के खिलाफ टीम की श्रृंखला जीत के बाद कहा कि टेस्ट क्रिकेट में अवसर केवल उन लोगों को दिए जाएंगे जो लंबे प्रारूप के लिए भूख दिखा रहे हैं। सोमवार को जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम में मैच के बाद सम्मेलन में रोहित के दिए गए बयान से राज्य संघों में सनसनी फैल गई।
इस महीने की शुरुआत में शाह द्वारा एक चेतावनी भेजी गई थी कि घरेलू क्रिकेट में भागीदारी के बजाय लीग क्रिकेट को प्राथमिकता देने वाले खिलाड़ियों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
शाह की यह टिप्पणी श्रेयस अय्यर और ईशान किशन जैसे खिलाड़ियों द्वारा मौजूदा रणजी ट्रॉफी सीज़न में भाग लेने में अनिच्छा दिखाने और आईपीएल पर अपनी तैयारियों पर ध्यान केंद्रित करने के बीच आई है, जो अगले महीने के अंत में शुरू होगी।
आईपीएल बनाम घरेलू क्रिकेट प्रकरण पर प्रेस से बात करते हुए, रोहित ने घोषणा की: “जिन लोगों को भूख है, हम उन्हें मौका देंगे। अगर भूख नहीं है तो उनको खिला के कोई मतलब नहीं है।“
रोहित ने जिस भूख की बात की थी, वह तब प्रदर्शित हुई जब यशस्वी जयसवाल, सरफराज खान, ध्रुव जुरेल, आकाश दीप जैसे युवा खिलाड़ियों ने पूरी ताकत वाली इंग्लैंड टीम के खिलाफ श्रृंखला के दौरान शानदार प्रदर्शन किया और भारत को कभी भी वरिष्ठ खिलाड़ियों की अनुपस्थिति का आभास तक नहीं होने दिया।
रोहित की टिप्पणी को कई राज्य संघों का समर्थन मिला लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि बीसीसीआई को ऐसी स्थितियों से बचने के लिए एक प्रणाली बनाने की जरूरत है।
रोहित शर्मा के बयान से रणजी ट्रॉफी में बड़े खिलाड़ियों की उपस्थिति बढ़ने की संभावना बन गई है।