एनआईए ने अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी सिंडिकेट के खिलाफ 22 स्थानों पर मारा छापा, कई राज्यों में कार्रवाई
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को छह राज्यों में 22 स्थानों पर व्यापक छापेमारी की, जो एक अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी सिंडिकेट के खिलाफ एक बड़े अभियान का हिस्सा है। यह मामला RC-10/2024/NIA/DLI के तहत पंजीकृत किया गया है, जिसमें भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 418, 419, 420, 370, 374 और 120B के तहत आरोप लगाए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, इस सिंडिकेट के अंतरराष्ट्रीय संबंध हैं, जिनमें म्यांमार और लाओस जैसे देश शामिल हैं। आरोप है कि यह सिंडिकेट बिहार के गोपालगंज जिले के युवाओं को विदेशों में आकर्षक नौकरियों के झूठे वादों के साथ ललचाता था। विदेशों में पहुंचने के बाद, इन पीड़ितों को फर्जी कॉल सेंटर्स में बंधक बना लिया जाता था और उन्हें साइबर धोखाधड़ी में जबरन शामिल किया जाता था।
M.K. Training Centre के मालिक केशव सिंह को पहले ही इस तस्करी नेटवर्क में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। एफआईआर में बताया गया है कि इस सिंडिकेट ने भारतीय युवाओं को रोजगार के अवसरों के बहाने विदेशों में तस्करी की, और बाद में उन्हें साइबर अपराधों में शामिल किया।
एनआईए की जांच में म्यांमार और लाओस में साइबर स्कैम सेंटर्स से जुड़ी जानकारी सामने आई है, जहां भारतीय नागरिकों को धोखाधड़ी के स्कीमों में जबरन शामिल किया गया, जैसे कि क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी और कॉल सेंटर फ्रॉड।
लाओस में भारतीय दूतावास ने इस साल 635 भारतीयों को ऐसे सेंटर्स से बचाया है और बार-बार विदेशों में धोखाधड़ी के नौकरी ऑफर्स के बारे में चेतावनी दी है। अगस्त में 61 भारतीयों को बचाया गया, जबकि मई में 13 अन्य, जिनमें ओडिशा के सात श्रमिक शामिल थे, को वापस लाया गया।
एनआईए की छापेमारी से इस सिंडिकेट के खिलाफ और सबूत मिलने की संभावना है।