सुनिल गावस्कर ने विराट कोहली को 2004 के सिडनी टेस्ट में सचिन तेंदुलकर की रणनीति को देखने की दी सलाह
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली को हाल ही में हुए तीसरे टेस्ट मैच में खराब फॉर्म का सामना करना पड़ा है, और इस मुश्किल समय में उन्हें अपने खेल को सुधारने के लिए दिग्गज सुनिल गावस्कर ने एक महत्वपूर्ण सलाह दी है। गावस्कर ने कोहली को सचिन तेंदुलकर के 2004 के सिडनी टेस्ट में अपनाई गई रणनीति को देखकर अपनी गलतियों से उबरने की सलाह दी है।
गावस्कर का मानना है कि कोहली को ऑफ-स्ट्रम्प के बाहर की गेंदों पर खेलने की आदत को छोड़ना होगा, जिस कारण वह इस सीरीज़ में बार-बार आउट हो रहे हैं। गावस्कर ने कहा, “कोहली को उस मानसिकता को विकसित करने की जरूरत है जो तेंदुलकर ने 2004 में सिडनी टेस्ट में दिखाई थी। तेंदुलकर ने तब फैसला किया था कि वह कवर ड्राइव नहीं खेलेंगे, और उन्होंने ऑफ-साइड के किसी भी शॉट से खुद को दूर रखा।”
गावस्कर ने आगे कहा, “तेंदुलकर ने तब कवर ड्राइव को पूरी तरह से छोड़ दिया और केवल मिड-ऑफ के दाहिनी ओर और गेंदबाज के फॉलो थ्रू के पास ही शॉट खेले। यही मानसिक दृढ़ता है, और कोहली को भी ऐसा ही कुछ करना चाहिए।”
2003-04 के बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के सिडनी टेस्ट में सचिन तेंदुलकर ने अपनी बल्लेबाजी का बेहतरीन उदाहरण पेश किया था। उन्होंने अपनी कवर ड्राइव को छोड़कर अन्य शॉट्स पर ध्यान केंद्रित किया, जिससे उन्होंने 241 रन की शानदार पारी खेली थी और भारतीय टीम की पारी को मजबूती दी थी।
वर्तमान में कोहली इस सीरीज़ में संघर्ष कर रहे हैं, जहां उन्होंने पहली पारी में सिर्फ 3 रन बनाकर फिर से निराश किया। गावस्कर को विश्वास है कि कोहली में मानसिक मजबूती है और वह इस सीरीज़ में जल्द ही वापसी करेंगे।
गावस्कर ने कहा, “कोहली ने साबित किया है कि वह मानसिक तौर पर मजबूत हैं। आप टेस्ट क्रिकेट में 9000 रन और 32 शतक नहीं बना सकते बिना मानसिक नियंत्रण के। उनके पास अभी भी सीरीज़ में दो मैच बाकी हैं, और उम्मीद है कि वह अपनी वापसी करेंगे।”
ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 445 रन बनाए, जिसके बाद भारत तीसरे दिन के चाय ब्रेक तक 48 रन पर चार विकेट खोकर मुश्किल में था।