रामलला के प्रतिष्ठापन की पहली वर्षगांठ पर पीएम मोदी ने याद किया “सदियों की बलिदान, तपस्या और संघर्ष”

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अयोध्या के रामलला मंदिर में प्रतिष्ठापन की पहली वर्षगांठ के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी। इस मौके पर उन्होंने मंदिर के निर्माण को लेकर “सदियों की बलिदान, तपस्या और संघर्ष” का जिक्र किया और इसे भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का प्रतीक बताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘X’ पर एक पोस्ट में लिखा, “रामलला के प्रतिष्ठापन की पहली वर्षगांठ पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएँ। यह मंदिर, जो सदियों की तपस्या, बलिदान और संघर्ष के बाद निर्मित हुआ है, हमारी संस्कृति और आध्यात्मिकता की महान धरोहर है। मुझे पूरा विश्वास है कि यह दिव्य और भव्य राम मंदिर एक विकसित भारत के संकल्प को प्राप्त करने में महान प्रेरणा बनेगा।”
इस अवसर पर अयोध्या में तीन दिवसीय भव्य उत्सव का आयोजन किया गया है, जो 11 से 13 जनवरी तक चलेगा। इस दौरान संगीत और कला के प्रसिद्ध कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस कार्यक्रम की शुरुआत ‘अभिषेक’ (रामलला की पवित्र स्नान प्रक्रिया) से करेंगे और इसके बाद अंगद टीला पर जनता को संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम में संतों और आध्यात्मिक नेताओं की भी बड़ी संख्या में उपस्थिति है।
अयोध्या धाम को श्रद्धा और उत्सव के रंगों से सजाया गया है। जिला प्रशासन और ट्रस्ट के अधिकारियों ने तीर्थयात्रियों और आगंतुकों के लिए तैयारियाँ पूरी की हैं। उत्तर प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री भी इस समारोह में शामिल होने वाले हैं, जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दौरा करीब पांच घंटे तक चलेगा।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने देशभर से भक्तों को इस ऐतिहासिक समारोह में भाग लेने का आह्वान किया है, जो भगवान राम के साथ देशवासियों की एकता और समय की महत्ता का प्रतीक है।