बीसीसीआई का फैसला: टीम इंडिया के फिटनेस टेस्ट और परिवार के सदस्यों के साथ यात्रा पर नई पाबंदियां
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: टीम इंडिया के अंतरराष्ट्रीय परफॉर्मेंस में हाल की असफलताओं के बाद, भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने कुछ अहम बदलावों पर विचार करना शुरू कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई अब विराट कोहली के कप्तानी दौर में लागू किए गए पुराने फिटनेस टेस्ट नियमों को फिर से लागू करने की योजना बना रहा है।
पूर्व प्रबंधन द्वारा खिलाड़ियों की निरंतर यात्रा और बढ़े हुए काम के बोझ को देखते हुए ‘यो-यो टेस्ट’ की अनिवार्यता को हटा दिया गया था, लेकिन अब इस नियम को वापस लाने की संभावना जताई जा रही है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई ने मेडिकल टीम से कहा है कि वह सिर्फ चोटों की रोकथाम पर नहीं, बल्कि चयन के लिए फिटनेस मानदंडों पर भी ध्यान दे।
सूत्रों के अनुसार, “बीसीसीआई ने खिलाड़ियों पर कुछ नरमी दिखाई थी, क्योंकि वे अक्सर यात्रा करते हैं। ध्यान केवल चोटों की रोकथाम पर था, लेकिन अब यह महसूस किया जा रहा है कि कुछ खिलाड़ियों में आलस्य बढ़ सकता है। इसलिए फिटनेस स्तर को फिर से महत्व दिया जा सकता है।”
इसके अलावा, बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के परिवारों और पतियों/पत्नी के साथ यात्रा पर भी नए नियम लागू करने का निर्णय लिया है। अधिकारियों का मानना है कि विशेष रूप से विदेशी दौरे पर परिवारों की उपस्थिति खिलाड़ियों को ध्यान भटकाने वाली हो सकती है, जिससे प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसके साथ ही, बीसीसीआई ने यह भी सुनिश्चित किया है कि सभी खिलाड़ी हमेशा टीम के साथ यात्रा करें, क्योंकि कुछ खिलाड़ियों के अलग-अलग यात्रा करने से टीम की एकता और अनुशासन पर असर पड़ता था।