रुपया ऐतिहासिक निचले स्तर पर, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.07 पर पहुंचा
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: सोमवार को रुपये ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की और 87.07 के निचले स्तर पर आ गया। यह गिरावट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए नए व्यापारिक प्रतिबंधों के कारण आई, जिससे वैश्विक मुद्रा बाजारों में उतार-चढ़ाव आया।
रुपया शुरुआती कारोबार में 0.5% गिरा, और व्यापारियों का अनुमान है कि दिनभर में इसमें और कमजोरी देखने को मिल सकती है।
रुपया कमजोर क्यों हुआ? रुपये में आई यह तेज गिरावट मुख्य रूप से तीन कार्यकारी आदेशों के कारण आई, जिन्हें ट्रंप ने सप्ताहांत में साइन किया था। इन आदेशों के तहत मेक्सिको और कनाडा के आयात पर 25% और चीन के सामान पर 10% टैरिफ लगाए गए हैं, जो मंगलवार से लागू होंगे।
नई व्यापारिक पाबंदियों ने अमेरिकी डॉलर की ताकत को बढ़ाया, जिससे यह अधिकांश वैश्विक मुद्राओं के मुकाबले मजबूत हो गया।
अमेरिकी डॉलर की मजबूती ने अन्य एशियाई मुद्राओं को भी प्रभावित किया है। डॉलर इंडेक्स (जो अमेरिकी डॉलर को छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले मापता है) 0.3% बढ़कर 109.8 पर पहुंच गया। इसी दौरान, चीनी युआन भी 0.5% गिरकर 7.35 प्रति डॉलर हो गया। चूंकि युआन और रुपया अक्सर समान दिशा में चलते हैं, इस गिरावट ने भारतीय मुद्रा पर भी दबाव डाला है।