प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर किया तीखा हमला, संविधान और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर उठाए सवाल
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस पार्टी पर कड़ा हमला बोला। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर संविधान को कुचलने, देश को पीछे रखने और उस समय के राजनीतिक शासन के खिलाफ केवल असहमति व्यक्त करने पर कई फिल्मी हस्तियों को निंदा करने का आरोप लगाया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी संविधान और इसके मूल्यों के संरक्षण का दावा करती है, लेकिन उनके मनोवृत्ति के कारण ही संविधान का खुलेआम दुरुपयोग हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं का यह रवैया था कि संविधान को अपने पॉकेट में रखकर वे इसे अपनी सहूलियत के अनुसार बदलते थे।
प्रधानमंत्री ने कई फिल्मी हस्तियों का नाम लेते हुए बताया कि किस तरह उन पर सत्ता विरोधी आवाज उठाने के कारण प्रतिबंध लगाए गए और उन्हें जेल में डाला गया। उन्होंने कहा, “मज्रूह सुलतानपुरी जैसे प्रसिद्ध कवि को उनकी कविताओं के कारण जेल में डाला गया, क्योंकि उनकी रचनाओं ने उस समय की सरकार को असहज किया था। बलराज साहनी को केवल एक विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के कारण जेल भेजा गया।”
उन्होंने यह भी कहा कि ‘लता मंगेशकर के भाई हरदयनाथ मंगेशकर को वीर सावरकर पर एक कविता प्रसारित करने के लिए ऑल इंडिया रेडियो से बाहर कर दिया गया था।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “देव आनंद को आपातकाल के समर्थन में फिल्मी हस्तियों से सहमति जताने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने इसका विरोध किया, जिसके बाद उनकी फिल्मों को दूरदर्शन पर प्रसारण से रोक दिया गया। किशोर कुमार के गाने भी दूरदर्शन से हटाए गए क्योंकि उन्होंने सरकार के पक्ष में गाना गाने से इनकार कर दिया था।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं को संविधान की रक्षा के दावे पर भी कटाक्ष किया और कहा कि जो लोग संविधान की सुरक्षा की बात करते हैं, उन्हें कांग्रेस के पिछले शासन में शक्ति के लोभ के कारण हुए अधिकारों के दुरुपयोग को देखना चाहिए।