भारत ने बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान के आवास की तोड़फोड़ पर जताई चिंता

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारत ने बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान के आवास की तोड़फोड़ की घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है और इसे “कायरता” करार देते हुए कड़ी निंदा की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह खेदजनक है कि शेख मुजीबुर रहमान का ऐतिहासिक आवास, जो बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम का प्रतीक है, 5 फरवरी 2025 को नष्ट कर दिया गया।”
उन्होंने कहा, “जो लोग बांग्लादेश की स्वतंत्रता संघर्ष और उसकी पहचान को महत्व देते हैं, वे जानते हैं कि इस आवास का बांग्लादेश की राष्ट्रीय चेतना में क्या महत्व है। इस तोड़फोड़ की घटना की कड़ी निंदा की जानी चाहिए।”
भारत ने इस हमले को लेकर गहरी चिंता जताई और शेख मुजीबुर रहमान के आवास की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्वता को रेखांकित किया। भारत ने इस घटना के दोषियों को जवाबदेह ठहराने की मांग की और क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के महत्व को भी बताया।
बांग्लादेश के ढाका में बुधवार को एक समूह ने शेख मुजीबुर रहमान के आवास को तोड़ा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने अवामी लीग पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए मुजीबुर रहमान के आवास पर धावा बोला और व्यापक विनाश किया। प्रदर्शनकारियों ने मुख्य द्वार को तोड़कर घर में घुसने के बाद शेख मुजीबुर रहमान की तस्वीरों को नष्ट किया और ऐतिहासिक घर के हिस्सों को नुकसान पहुँचाया।
इस घटना के बाद, बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने भारतीय सरकार से विरोध व्यक्त करते हुए आरोप लगाया कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पर लगातार “झूठे और गलत” बयान दिए जा रहे हैं, जो बांग्लादेश में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
बांग्लादेश सरकार ने भारत के डिप्टी उच्चायुक्त को एक विरोध नोट सौंपते हुए इन बयानों को बांग्लादेश के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाला बताया और इसे दोनों देशों के बीच अच्छे रिश्तों की स्थापना में बाधक बताया।