बिहार को गौरवान्वित करने वाली, श्रीकृष्ण जन्मभूमि केस की अधिवक्ता, जिला बांका की पुत्रवधू रीना एन. सिंह
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारत के लिए यह गर्व की बात है कि आज हमारे देश में सनातन धर्म की रक्षा और संरक्षण में योगदान देने वाली प्रमुख महिलाओं में से एक नाम है – रीना एन. सिंह।
रीना एन. सिंह सुप्रीम कोर्ट की प्रख्यात अधिवक्ता हैं, जो न केवल श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले को इलाहाबाद हाईकोर्ट में नेतृत्व दे रही हैं, बल्कि ज्ञानवापी मामले को वाराणसी में भी प्रभावी रूप से लड़ रही हैं, और साथ ही आगरा श्रीकृष्ण विग्रह मामले में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
वे परिहार राजपूत परिवार की पुत्री हैं और बिहार के जिला बांका के प्रतिष्ठित परिवार की बहू हैं। उनके अद्वितीय समर्पण और संघर्षशीलता ने पूरे हिंदू समाज को गौरवान्वित किया है। उनकी अदम्य इच्छाशक्ति और दृढ़ निश्चय के कारण आज पूरा प्रदेश उन पर गर्व कर रहा है।
महाकुंभ में गायत्री परिवार के कार्यक्रम के दौरान, उन्होंने सभी हिंदुओं से संगठित होने और एक-दूसरे की सहायता करने की अपील की। उन्होंने सनातन धर्म की रक्षा और उत्थान के लिए सभी से सक्रिय योगदान देने का आग्रह किया।
रीना एन. सिंह का कार्यालय पिछले 14 वर्षों से 2300 से अधिक सैनिकों की निःस्वार्थ सहायता कर चुका है। रीना जी ने सीएम योगी की जीवन पर ‘योगी आदित्यनाथ लोक कल्याण के पथ पर’ नामक पुस्तक भी लिखी है, जिसमें राजा भैया सहित कई गणमान्य एवं कैबिनेट मंत्रियों के शुभकामना संदेश शामिल हैं।
रीना देश की प्रथम महिला हैं जिन्होंने योगी आदित्यनाथ और राम मंदिर आंदोलन में गोरखनाथ पीठ की सबसे बड़ी भूमिका के बारे में लेख लिखे हैं, जो दैनिक भास्कर जैसे प्रतिष्ठित अखबारों में नियमित रूप से प्रकाशित होते हैं।
रीना एन. सिंह देश में हिंदुत्व की मुखर आवाज हैं, जिनका कार्य जम्मू-कश्मीर के कश्मीरी पंडितों की सहायता से लेकर तमिलनाडु के हिंदू सेवा कार्यों से जुड़ा हुआ है। निश्चित ही, रीना बिहार की पुत्रवधू होने के नाते प्रदेश का नाम रोशन कर हर किसी को गौरवान्वित कर रही हैं।