कर्नाटका सरकार ने कोविड ‘घोटाले’ की जांच सीआईडी को सौपी, विपक्षी नेताओं पर कार्यवाही की संभावना

चिरौरी न्यूज
बेंगलुरु: सूत्रों के अनुसार, कर्नाटका में कांग्रेस नीत सरकार ने शुक्रवार को कोविड ‘घोटाले’ की जांच सीआईडी को सौंप दी है। इसकी रिपोर्ट दो महीने पहले दर्ज की गई थी। यह घोटाला कथित रूप से भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुआ था।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार, गृह मंत्री जी. परमेश्वरा और अन्य प्रमुख नेताओं ने कोविड ‘घोटाले’ को उन पर लगे आरोपों के खिलाफ एक ढाल के रूप में इस्तेमाल किया है, जिसमें मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) केस और आदिवासी कल्याण बोर्ड घोटाला शामिल हैं।
कोविड घोटाले के खिलाफ 13 दिसंबर को विधानसभा सौध पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई थी, जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों को आरोपी बनाया गया था।
कांग्रेस सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बी. श्रीरामुलु और भाजपा सांसद के. सुधाकर के खिलाफ कार्यवाही का संकेत दिया है।
सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एक विशेष कैबिनेट उपसमिति का गठन किया था, जिसकी अध्यक्षता उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार कर रहे हैं। इस समिति को कांग्रेस सरकार द्वारा गठित उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति जॉन माइकल डी’कुन्हा की अध्यक्षता में बनी आयोग की रिपोर्ट पर विचार करने और सिफारिशें देने का कार्य सौंपा गया था।
शिवकुमार ने कहा था, “अधिकारी कोविड प्रबंधन से संबंधित अनियमितताओं पर न्यायमूर्ति माइकल डकुन्हा की समिति की सिफारिशों के आधार पर जांच कर रहे हैं। जो लोग कोविड फंड में गड़बड़ी करेंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।”
सूत्रों ने बताया कि पहले इस घोटाले की जांच के लिए गठित विशेष जांच टीम (SIT) के अधिकारियों ने इस मामले की जांच में हिचकिचाहट दिखाई, क्योंकि इसमें शक्तिशाली राजनेता और वरिष्ठ नौकरशाह शामिल थे। सरकार का यह कदम राजनीतिक हलकों में चौंकाने वाला है।