उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही

चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: उत्तराखंड में एक बार फिर से भारी तबाही आयी है। रविवार को चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में ग्लेशियर के टूटने से अलकनंदा और इसकी सहायक नदियों में भीषण बाढ़ आ गयी। अचानक आयी तबाही में करीब 150 लोगों के मारे जाने की खबर है। टीवी रिपोर्ट के अनुसार अब तक तीन शव बरामद कर लिये गये हैं जबकि दो NTPC प्रोजेक्ट को नुकसान हुआ है।

इस घटना में डेढ़ सौ लोगों के लापता होने की आशंका है और अबतक 10 शव बरामद किए गए हैं। इस बीच रेस्क्यू में जुटे ITBP के जवानों ने तपोवन की टनल में फंसे लोगों को निकाला है। बता दें कि तपोवन के टनल में 25 से ज्यादा मजदूर फंसे हैं। लोगों को निकालने का काम जारी है। जेसीबी मशीनों से मलबा साफ किया जा रहा है। चमोली हादसे की तस्वीरें साफ बता रही हैं कि हादसा कितना भयावह है।

नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क से निकलने वाली ऋषिगंगा के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में टूटे ग्लेशियर से आयी बाढ़ के कारण धौलगंगा घाटी और अलकनन्दा घाटी में नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया जिससे ऋषिगंगा और धौली गंगा के संगम पर बसे रैणी गांव के समीप स्थित एक निजी कम्पनी की ऋषिगंगा बिजली परियोजना को भारी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा, धौली गंगा के किनारे बाढ़ के वेग के कारण जबरदस्त भूकटाव हो रहा है।

इधर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि नदी के बहाव में कमी आयी है जो राहत की बात है और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है। रावत ने ट्वीट किया, राहत की खबर ये है कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है। इससे प्रभावित लोगों के बचाव के लिए सेना ने रविवार को चार कॉलम और दो मेडिकल टीमें तैनात की है। अधिकारियों ने बताया कि जोशीमठ के रिंगी गांव में सेना के इंजीनियरिंग टास्क फोर्स का एक दल भी तैनात किया गया है।

अधिकारियों ने कहा कि तपोवन-रेणी पनबिजली परियोजना में काम कर रहे 150 से ज्यादा मजदूरों के मारे जाने की आशंका है। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के प्रवक्ता ने परियोजना प्रभारी के हवाले से यह जानकारी दी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, ‘चमोली में ग्लेशियर टूटने से हुई अमूल्य जनहानि से बहुत दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। राहत और बचाव कार्य के लिए बरेली से सशस्त्र बलों के दो हेलीकॉप्टर को जोशीमठ भेजा गया है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं ग्लेशियर टूटने से चमोली जिले में आई आपदा की तस्वीरें देख रहा हूं। इस मुश्किल वक्त में हम आपदा से प्रभावित लोगों के साथ खड़े हैं। उत्तराखंड के लोगों की हिफाजत की प्रार्थना कर रहे हैं।’

 

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