केकेएफआई 2021 सुपर खो खो लीग टूर्नामेंट के साथ होगा महीने भर से चले रहे वैज्ञानिक विश्लेषण शिविर का समापन
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: देश के हर हिस्से से जुटे शीर्ष खो खो खिलाड़ी बीते चार सप्ताह से भारतीय खो खो महासंघ (केकेएफआई) और अल्टीमेट खो खो (यूकेके) द्वारा आयोजित खेल विज्ञान-आधारित प्रशिक्षण एवं विश्लेषण शिविर में अपनी शारीरिक दक्षताओं को निखारने में लगे हैं। ये खिलाड़ी प्रौद्योगिकी की मदद से इस जमीन से जुड़े खेल में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक फिटनेस के विभिन्न पहलुओं की खोज करने में व्यस्त हैं।
विशेषज्ञों की पारखी नजरों के बीच ये खिलाड़ी 30 दिवसीय कैम्प में अपना दमखम निखारने में जुटे हैं और अब वे केकेएफआई के 2021 सुपर लीग खो खो टूर्नामेंट के माध्यम से अपनी दमखम, शारीरिक दक्षता और नए नियमों के आधार पर खेल संबंधी उत्कृष्टता की परीक्षा देंगे। इस टूर्नामेंट का आयोजन 12 से 15 फरवरी के बीच इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में होना है।
कैम्प में शामिल 138 खिलाड़ियों को 10 टीमों में विभाजित किया गया है। इसमें 10 पुरुषों की और दो महिलाओं की टीमें हैं। 2021 सुपर लीग खो खो टूर्नामेंट का आयोजन नए नियमों के आधार पर होगा। ये वही नियम होंगे, जिनका उपयोग आने वाले समय में अल्टीमेट खो खो लीग में होना है। अल्टीमेट खो खो लीग का आयोजन खो खो की सूरत बदलने के लिए किया जा रहा है और इसके माध्यम से इस खेल को बिल्कुल नए अवतार में पेश किया जाएगा।
केकेएफआई के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने कहा, ‘‘मौजूदा साइंटिफिक कैंप के दौरान, हमने सही तकनीक और प्रौद्योगिकी-आधारित कौशल प्राप्त करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन के साथ खिलाड़ियों की समग्र फिटनेस और शारीरिक क्षमताओं में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया है। और इस सुपर लीग के माध्यम से हम प्रत्येक खिलाड़ी के मानक और स्तर का मूल्यांकन करना चाहते हैं। वास्तविक मैच स्थितियों में जुटाए गए डाटा का विशेषज्ञ वैज्ञानिक रूप से विश्लेषण किया जाएगा और प्रत्येक खिलाड़ी के लिए एक मूल्यांकन और प्रदर्शन ग्रेड बनाया जाएगा। इसके बाद हम आने वाले दिनों में खिलाड़ियों की निगरानी और पाठ्यक्रम को सही बनाए रखेंगे। यह तब तक जारी रहेगा जब तक कि हमारे पास पूर्ण रूप से वर्ल्ड क्लास खिलाड़ियों का एक अच्छा-खासा पूल नहीं तैयार हो जाता।’’
एक महीने के मौजूदा प्रशिक्षण शिविर में खिलाड़ियों के प्रदर्शन की निगरानी रखते हुए उनका विश्लेषण किया जा रहा है। इसमें खेल विज्ञान के अलग अलग पहलुओं-फिजियोथेरेपी, रिहैबिलिटेशन, चोट के प्रबंधन, बायोमैकेनिक्स, बायोकाइनेटिक्स, खेल प्रदर्शन विश्लेषण, पोषण संबंधी मार्गदर्शन और पोस्चर करेक्शन- को अमल में लाया जा रहा है। इस शिविर का मुख्य लक्ष्य खिलाड़ियों को चोटिल से होने बचाना है।
अल्टीमेट खो खो के सीईओ तेनजिंग नियोगी ने कहा, ‘‘खिलाड़ियों ने सभी विश्लेषण और मार्गदर्शन के साथ प्रभावशाली प्रगति की है। उन्हें खो खो के नए प्रारूप (फॉरमेट) को उपयोग में लाने के लिए भी प्रशिक्षित किया गया है। यह वही फॉरमेट है, जिसका उपयोग हम लीग में करना चाहते हैं। अगले कुछ दिनों के दौरान, जैसे ही खिलाड़ी मैच खेलेंगे, हम मल्टी कैमरों के माध्यम से उनके एक्शन को कैप्चर करेंगे। हम इसके माध्यम से यह देखना चाहेंगे कि टीवी उत्पाद के रूप में यह खेल कैसा दिख रहा है। ”
केकेएफआई के 2021 सुपर लीग खो खो टूर्नामेंट में विजेता टीमों के लिए पुरस्कार राशि होगी। पुरुषों की टीमें, जिनमें 120 खिलाड़ी एक्शन में दिखेंगे को जगुआर्स, निन्जाज, राइनोज, चीताज, फ्रिस्की रेंजर्स, पैंथर्स, पहाड़ी बिल्लाज और शार्क्स नाम दिया गया है और उन्हें दो पूलों में विभाजित किया गया है।
टीमें अपने-अपने पूल में एक-दूसरे का सामना करेंगे और प्रत्येक पूल में शीर्ष-2 में आने वाले टीमों के बीच सेमीफाइनल खेला जाएगा, जिसका आयोजन 15 फरवरी को होगा। फाइनल भी 15 फरवरी को ही खेला जाएगा। हालाँकि, 18 महिला खिलाड़ियों को दो टीमों में विभाजित किया गया है और वे एक दिन में एक मैच खेलेंगी और अधिकतम मैच जीतने वाली टीम को विजेता घोषित किया जाएगा।