वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स ग्रां प्री: दो स्वर्ण और एक कांस्य पदक के साथ भाला फेंक में भारत का दमदार प्रदर्शन
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: भारतीय पैरा एथलीटों ने दुबई में आयोजित 12वीं फाजा इंटरनेशनल वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स ग्रां प्री में शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए भाला फेंक प्रतियोगिता में चार स्वर्ण और एक कांस्य जीता। प्रतियोगिता में अब तक भारत ने कुल नौ स्वर्ण पदक जीते हैं।
नवदीप ने भाला फेंक की F41 श्रेणी स्पर्धा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता। इसके साथ ही उन्होंने विश्व रैंकिंग के शीर्ष तीन में जगह बना ली है। नवदीप ने टोक्यो पैरालंपिक्स में भी स्थान पक्का कर लिया है।
संदीप चौधरी ने भी भाला फेंक की F44 श्रेणी में स्वर्ण पदक जीता है। उनका भाला 61.22 मीटर दूरी तक पहुंचा। उन्होंने नवंबर, 2019 में वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में F44 श्रेणी में पहले 65.80 मीटर पर बनाये अपने खुद के विश्व रिकॉर्ड को 66.18 मीटर के साथ तोड़ते हुए दूसरा विश्व रिकॉर्ड कायम किया था।
शानदार प्रदर्शन ने उन्हें टोक्यो पैरालंपिक्स में कोटा भी दिलाया है। चौधरी को खेल में उनके योगदान के लिए 2020 में प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
स्वर्ण पदक जीतने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “मैंने लम्बे अंतराल के बाद 61.22 मीटर के साथ विजयी प्रदर्शन किया है। इसके लिए कोच भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI), पैरालंपिक कमेटी ऑफ इंडिया (PCI) का आभार। सहयोग करने के लिए किरेन रिजिजू सर और दीपा मलिक मैन का विशेष रूप से धन्यवाद।”
वहीं, अजीत सिंह और सुंदर सिंह गुर्जर ने क्रमशः F46 श्रेणी में स्वर्ण और कांस्य पदक जीता है। गुर्जर ने कंधे की चोट से उबरने के बाद वापसी करते हुए 2019 में वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सीज़न का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया और टोक्यो के लिए कोटा हासिल किया।
वह रियो डी जनेरियो में 2016 पैरालंपिक खेलों में F46 भाला फेंक में पदक जीतने वाले प्रमुख दावेदारों में से एक थे, लेकिन दुर्भाग्य से उन्हें इस आयोजन के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया था। क्योंकि जब रजिस्ट्रेशन डेस्क से लगातार उनका नाम पुकारा जा रहा था, तब वह वार्मअप में लगे हुए थे। इस कारण उद्घोषणा पर ध्यान नहीं दे पाये और निर्धारित समय में रजिस्ट्रेशन नहीं करा सके।
प्रणव प्रशांत देसाई ने पुरुषों की 200 मीटर F64 भाला फेंक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता। इस प्रकार भाला फेंक में कुल चार स्वर्ण पदक हो गए हैं। प्रतियोगिता में भारत ने नौ स्वर्ण के साथ अब तक कुल 17 पदक जीते हैं।