लालू, राबड़ी ने अप्रवासियों के मुद्दे पर नीतीश सरकार को घेरा
न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली: देश भर में फंसे बिहार के अप्रवासी श्रमिकों की घर वापसी पर बिहार में राजनीतिक खींचतान शुरू हो गई है। बिहार के बाहर से आये हुए या फिर बहार में फंसे अप्रवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसे लेकर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने सत्ता पक्ष पर हमले तेज़ कर दिए हैं।
इसकी शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी तथा उनके पति व राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने किया है। लालू ने नीतीश सरकार को पंक्चर सरकार बताया है तो वहीँ राबड़ी देवी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी से कहा है कि जब उन्हें हर समस्या का समाधान विपक्ष से ही चाहिए तो सरकार में किसलिए है?
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट कर नीतीश सरकार की आलोचना की है, कहा है कि ये 15 साल की पंक्चर सरकार है। लालू ने नीतीश की सरकार को गरीबों व मजदूरों का दुश्मन बताया है। उन्होंने आगे लिखा है कि यह सरकार विकास में बंजर है तथा इसने बिहार को बर्बाद कर दिया है। इस सरकार के काल में नौनिहाल बिलख रहे तो मजदूर तड़प व किसान मर रहे हैं।
लालू ने नीतीश सरकार को डबल इंजन सरकार बताते हुए उससे सुशासनी झूठ की दुकान बंद करने को कहा है। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी अपने ट्वीट में कहा कि राज्य सरकार कहती है कि विपक्ष ही कोरोना मरीजों की टेस्टिंग करवाए। अस्पताल बनवाए, सुरक्षा किट उपलब्ध कराए, टेस्टिंग किट और वेंटिलेटर लेकर आए। बाहर फंसे छात्रों और अप्रवासी कामगारों को वापस लेकर आए। आप्रवासियों के लिए बस और ट्रेन चलवाए और किराया दे, क्योंकि सरकार संसाधनहीन है।
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने तंज कसा कि सरकार यह भी कहती है कि विपक्ष ही क्वारंटाइन केंद्रों में श्रमिकों के भोजन का प्रबंध करे। राबड़ी ने आगे कहा कि सत्ताधारी दल व सरकार अपने कर्तव्यों के पालन को लेकर लापरवाह हैं। सत्ताधारी दल कर्तव्यों का पालन न कर सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग कर रहे हैं। वे पीडि़तों की मदद करने के बदले अपनी पार्टी के जिलाध्यक्षों और विधायकों के साथ मिलकर चुनावी तैयारी कर रहे हैं।