टीना डाबी पर हो सकती है कारवाई, पाकिस्तानी विस्थापित हिंदुओं की बस्ती पर बुलडोजर चलाने पर राजस्थान सरकार नाराज

Action may be taken on Tina Dabi, Rajasthan government angry for running bulldozers on the settlement of Pakistani displaced Hindusचिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: 2016 की आईएएस अधिकारी और जैसलमेर की जिला कलेक्टर टीना डाबी द्वारा अमरसागर ग्राम पंचायत क्षेत्र में अस्थायी बस्तियों के अतिक्रमण को ध्वस्त करने के बाद विवाद हो गया। पाकिस्तान से विस्थापित हिंदू अस्थायी बस्तियों में रह रहे हैं।

टीना डाबी के आदेश पर जैसलमेर प्रशासन ने अस्थाई बस्तियों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया था। इससे पाकिस्तानी विस्थापित हिन्दू सड़क पर या गए थे। बुलडोजर कार्रवाई की तीखी आलोचना हुई थी।

राजस्थान के मंत्री प्रताप खाचरियावास ने कहा कि बेदखली अभियान के लिए अधिकारियों को जवाब देना होगा। “अधिकारियों ने जो किया वह गलत है, उन्हें जवाब देना होगा। हम उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। उन्हें पुनर्वास दिए बिना कोई भी उन्हें बेदखल नहीं कर सकता। यह एक गंभीर मुद्दा है। यह सरकार को बदनाम करने की साजिश है। इसका कोई कारण नहीं है,” मंत्री ने कहा।

टीना डाबी को लेकर क्या है विवाद?

अस्थायी निवासियों के विरोध को ट्रिगर करते हुए मंगलवार को विध्वंस हुआ। टीना डाबी ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया और कहा कि उन्होंने प्रवासियों से बात की और उन्हें समझाया कि बेदखली क्यों जरूरी है। “हमने 5 अप्रैल को भी एक सर्कुलर जारी किया था। हम उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन कई लोग नहीं माने। वे जिस जगह पर रह रहे थे, वह पहले से ही दूसरों को आवंटित की गई थी। हमने आज उनसे बात की। जब तक उन्हें जमीन का उचित आवंटन नहीं मिल जाता है, तब तक आश्रय गृहों में चले जाते हैं,” टीना डाबी ने कहा।

“एक सप्ताह में नगर सुधार न्यास बेदखल लोगों को चिन्हित कर उचित स्थान आवंटित करेगा।“ टीना ने कहा, ‘जिस जमीन पर कल अतिक्रमण हटाया गया था, वह या तो पहले यूआईटी द्वारा आवंटित की गई थी या जलग्रहण क्षेत्र में है।‘

टीना डाबी ने कहा कि पिछले 10 दिनों में बुलडोजर से अतिक्रमण हुआ और ताजा था। टीना डाबी ने कहा, “जिन्हें नागरिकता मिली है, उन्हें जमीन आवंटित की जाएगी और जिन्हें नागरिकता नहीं मिली है, उनकी पहचान कर उन्हें बसाया जाएगा, उन्हें भी जमीन आवंटित की जाएगी।“

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *