अदिति ने कहा, ओलंपिक मेडल नहीं जीत पाने का है बहुत दुःख
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: भारत में जिस खेल को बड़े लोगों का खेल समझा जाता है और जिसके बारे में बहुत कम लोगों को जानकारियां है, अगर कोई खिलाड़ी उस खेल में ओलंपिक मेडल की उम्मीद जगा दे तो ये आश्चर्य से कम नहीं। अदिति अशोक का नाम शायद इस से पहले कईयों ने सुना भी नहीं होगा, और आज उनके खेल की प्रसंशा सभी कर रहे हैं। हालांकि अदिति को ओलंपिक मेडल के इतने करीब आकर चूक जाने का बहुत दुःख है। अदिति अशोक का कहना है कि उन्हें मेडल नहीं जीतने पर काफी बुरा लग रहा है।
इवेंट खत्म हो जाने के बाद अदिति अशोक ने कहा, ”मैंने मेडल के लिए अपनी ओर से पूरी कोशिश की थी। लेकिन इसके बावजूद भी मेडल नहीं मिला है। सारी कोशिश करने के बावजूद मेडल नहीं मिलने पर बुरा लगता है।”
अदिति अशोक का मानना है कि चौथे स्थान पर फिनिश करने के कोई मायने नहीं है। स्टार गोल्फर ने कहा, ”चौथे या पांचवें स्थान पर रहना ज्यादा मायने नहीं रखता है। ओलंपिक में हर खिलाड़ी की कोशिश मेडल जीतने की होती है और अंत में वही आपके लिए सबसे ज्यादा मायने रखता है।”
अदिति ने हालांकि यह भी कहा कि टॉप फाइव में रहने वाले खिलाड़ी मेडल जीतने की क्षमता रखते हैं। उन्होंने कहा, ”टॉप 10 या टॉप फाइव में रहने वाले खिलाड़ी से आप मेडल की उम्मीद रख सकते हैं। टॉप फाइव में रहने वाला खिलाड़ी मेडल जीतने की पूरी क्षमता रखता है।”
बता दें कि अदिति इस समय गोल्फ रैंकिंग में 200वें स्थान पर हैं। टोक्यो ओलंपिक के ऑफिसियल ट्विटर हैंडल ने भी अदिति के परफॉरमेंस को ट्विट कर के सराहा है। ट्विट में कहा है कि, अदिति 200 रैंकिंग की गोल्फर, जिसकी मम्मी कैडी हैं उनका प्रदर्शन बहुत ही सराहनीय है।
अदिति के इस शानदार खेल की हर कोई तारीफ कर रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया, अच्छा खेलीं, अदिति अशोक! भारत की एक और बेटी ने पहचान बनाई! आज के ऐतिहासिक प्रदर्शन से आपने भारतीय गोल्फ को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। आपने बेहद शांत और शिष्टता के साथ खेला है। प्रभावशाली प्रदर्शन के लिए बधाई। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आपने टोक्यो ओलंपिक के दौरान जबरदस्त कौशल और संकल्प दिखाया है। पदक से दूर रह गईं, लेकिन आप किसी भी भारतीय से कहीं आगे निकल गई।