अजित डोवाल ने की चीन के विशेष प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग, सीमा प्रबंधन और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा

Ajit Doval's Moscow visit: Will discuss peace efforts on Russia-Ukraine war
(File Pic: twitter)

चिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: भारत और चीन के विशेष प्रतिनिधियों के बीच बुधवार को सीमा विवाद के समाधान और द्विपक्षीय संबंधों की बहाली पर चर्चा करने के लिए अहम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने भाग लिया। यह बैठक एलएसी (लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल) के साथ शांति और स्थिरता बनाए रखने और 2019 के बाद से ठंडे पड़े द्विपक्षीय संबंधों को फिर से मजबूत करने के लिए आयोजित की गई है।

अजीत डोभाल, जो भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं, मंगलवार को बीजिंग पहुंचे थे। यह बैठक पांच साल के अंतराल के बाद हो रही है, क्योंकि पिछली बैठक 2019 में दिल्ली में हुई थी।

चर्चा का मुख्य उद्देश्य पूर्वी लद्दाख में अक्टूबर 21 को हुए सैन्य वापसी और पेट्रोलिंग समझौते के बाद द्विपक्षीय संबंधों को फिर से बहाल करना था।

मंगलवार को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने इस बैठक को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण व्यक्त करते हुए कहा कि चीन भारत के साथ मिलकर दोनों देशों के नेताओं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के कजान में 24 अक्टूबर को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान हुई मुलाकातों में सहमति से संबंधित संकल्पों को लागू करने के लिए तैयार है।

लिन जियान ने मीडिया से बातचीत में कहा, “चीन ईमानदारी से मतभेदों को सुलझाने के लिए तैयार है और हम भारत के साथ संवाद और संचार के जरिए आपसी विश्वास को मजबूत करना चाहते हैं, ताकि द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर और स्वस्थ तरीके से फिर से पटरी पर लाया जा सके।”

विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधि सीमा क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बनाए रखने के साथ-साथ सीमा मुद्दे का उचित और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान खोजने पर चर्चा करेंगे, जैसा कि कजान में दोनों नेताओं के बीच सहमति बनी थी।

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