सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा, उत्तरी सीमा पर शांति सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदम
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने रविवार को भारत-चीन सीमा पर अस्थिर स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि देश की उत्तरी सीमा पर शांति सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए गए हैं। बेंगलुरु में 1949 के बाद पहली बार आयोजित सेना दिवस परेड के अवसर पर पांडे ने कहा कि उत्तरी सीमाओं पर स्थिति सामान्य है।
उन्होंने कहा कि स्थापित प्रोटोकॉल और सीमा तंत्र के माध्यम से शांति बनाए रखने के लिए कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा, “हम वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर मजबूत रक्षा मुद्रा सुनिश्चित कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हम किसी भी आकस्मिक स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”
सीओएएस मनोज पांडे ने कहा, “हमारे बहादुर सैनिकों को खराब मौसम के बावजूद प्रतिनियुक्त किया जा रहा है। उन्हें सभी आवश्यक हथियार और गैजेट प्रदान किए गए हैं। स्थानीय अधिकारियों के साथ सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचा भी तैयार किया गया है।”
उन्होंने कहा कि क्षमता प्रबंधन और बल संरचना और प्रशिक्षण में सुधार सुनिश्चित करते हुए सेना को भविष्य के युद्धों के लिए तैयार रखा गया है। उन्होंने कहा, “पिछले साल वैश्विक सुरक्षा वातावरण में बदलाव हुए थे। रूस-यूक्रेन युद्ध ने विघटनकारी और दोहरे उपयोग वाली प्रौद्योगिकियों के महत्व को साबित कर दिया है। सूचना युद्ध, साइबर और अंतरिक्ष युद्ध के नए क्षेत्र के रूप में उभरे हैं।”
सीओएएस ने कहा, “आज भारत एक नए युग की दहलीज पर खड़ा है। हम वैश्विक स्तर पर एक शक्तिशाली भारत के उदय को देख रहे हैं। भारतीय सेना देश और व्यक्तियों की महत्वाकांक्षाओं के प्रति प्रतिक्रिया कर रही है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि भारतीय रक्षा उद्योग और भारतीय सेना क्रेता-विक्रेता संबंध के मंच से साझेदारी में काम कर रहे हैं।