अवनि ने गोल्ड मैडल जीतकर रचा इतिहास
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: भारतीय निशानेबाज अवनि लेखरा ने एकल महिला 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। अवनि पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गयी है, तथा भारत की तीसरी महिला है जिन्होंने पैरालिम्पिक में पदक जीता है। इस से पहले दीपा मलिक और भाविनाबेन पटेल ने पदक जीता था। टोक्यो पैरालंपिक में भी यह देश का पहला स्वर्ण पदक है।
आज भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में चार मेडल अपने नाम किये हैं जिसमें चक्का फेंक में योगेश कथूरिया ने सिल्वर मेडल जीता और भाला फेंक में देवेंद्र झाझरिया ने सिल्वर मेडल और सुंदर सिंह गुर्जर ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है।
भारतीय निशानेबाज अवनि लेखरा ने फाइनल में 249.6 अंक बनाकर विश्व रिकार्ड की बराबरी की और पैरालंपिक में नया रिकॉर्ड बनाया है। निशानेबाजी में अवनि ने चीन की झांग कुइपिंग (248.9 अंक) को पीछे छोड़ा। यूक्रेन की इरियाना शेतनिक (227.5) ने कांस्य पदक जीता।
योगेश कथूनिया ने पुरुषों की डिस्कस थ्रो प्रतियोगिता के एफ56 वर्ग में इस सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल जीता है। अपने छठे और अंतिम प्रयास में 44.38 मीटर चक्का फेंककर दूसरा स्थान हासिल किया।
स्टार पैराएथलीट और दो बार के स्वर्ण पदक विजेता देवेंद्र झाझरिया ने टोक्यो में भाला फेंक प्रतियोगिता में रजत पदक जीता है। वहीं सुंदर सिंह गुर्जर ने भी कांस्य पदक जीता। वह पुरुषों के भाला फेंक के एफ46 स्पर्धा में झाझरिया के बाद दूसरे स्थान पर रहे। एथेंस (2004) और रियो (2016) में स्वर्ण पदक जीतने वाले 40 वर्षीय झाझरिया ने एफ46 वर्ग में 64.35 मीटर भाला फेंककर अपना पिछला रिकार्ड तोड़ा। श्रीलंका के दिनेश प्रियान हेराथ ने हालांकि 67.79 मीटर भाला फेंककर भारतीय एथलीट का स्वर्ण पदक की हैट्रिक पूरी करने का सपना पूरा नहीं होने दिया।
भारत ने 2016 पैरालंपिक खेलों में चार पदक जीते थे लेकिन टोक्यो पैरालंपिक में वह अब तक सात पदक जीत चुका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मेडल जीतने वाले सभी पैरालंपिक खिलाड़ियों को जीत की बधाई दी है। उन्होंने सभी को भविष्य की शुभकानाएं दी हैं। मोदी ने गोल्ड मेडल जीतने वाली अवनि के लिए लिखा कि अविस्मरणीय प्रदर्शन अवनि लेखरा! कड़ी मेहनत की बदौलत स्वर्ण जीतने पर बधाई जिसकी आप हकदार भी थी। कर्मशील स्वभाव और निशानेबाजी के प्रति जज्बे से आपने ऐसा संभव कर दिखाया। भारतीय खेलों के लिए यह एक विशेष क्षण है। आपको भविष्य के लिये शुभकामनाएं। प्रधानमंत्री ने लेखरा से फोन पर बात की और उन्हें बधाई दी।