संसद के शीतकालीन सत्र से पहले प्रधानमंत्री मोदी का विपक्ष पर अराजकता फैलाने का आरोप
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: सोमवार से शुरू हो रहे चार सप्ताह के संसद शीतकालीन सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि चुनाव में जनता द्वारा नकारे जाने के बाद कुछ लोग गुंडागर्दी पर उतर आते हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार का स्पष्ट संदर्भ देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जनता को उन्हें “बार-बार नकारना चाहिए”। उन्होंने विपक्ष से जनता की भावनाओं का सम्मान करने और लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने का आग्रह किया, संसद में जिम्मेदार आचरण के महत्व पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “जनता को उन्हें (विपक्ष को) बार-बार नकारना पड़ता है…लोकतंत्र की शर्त है कि हम जनता की भावनाओं का सम्मान करें और उनकी उम्मीदों और अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए दिन-रात मेहनत करें।” उन्होंने कहा, “विपक्ष के कुछ सदस्य बहुत जिम्मेदारी से व्यवहार करते हैं। वे भी चाहते हैं कि सदन में काम सुचारू रूप से चले। जिन्हें जनता ने लगातार नकारा है, वे अपने साथियों की बातों को नजरअंदाज करते हैं, उनकी भावनाओं का अनादर करते हैं और लोकतंत्र की भावनाओं का अनादर करते हैं।”
प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा संसद के समय के प्रभावी उपयोग और सदन में गरिमापूर्ण आचरण पर निर्भर करती है।