मुर्शिदाबाद हिंसा पर बोले बंगाल के राज्यपाल: किसी भी कीमत पर शांति बहाल करूंगा

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा के बीच दो दिवसीय दौरे की घोषणा करते हुए कहा है कि वे “किसी भी कीमत पर शांति थोपेंगे”। यह दौरा राज्य सरकार, विशेषकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कड़ी आपत्ति के बावजूद शुरू किया गया है।
राज्यपाल बोस ने NDTV से बातचीत में कहा, “मैं मुर्शिदाबाद जाना चाहता हूं। जो वहां हुआ, वह चौंकाने वाला है। ऐसा कभी नहीं होना चाहिए था। मुझे जमीनी हकीकत देखनी है। शांति बहाल होनी ही चाहिए – चाहे इसकी कोई भी कीमत क्यों न चुकानी पड़े।”
इससे पहले कोलकाता हाई कोर्ट ने गुरुवार को मुर्शिदाबाद में केंद्रीय बलों की तैनाती बढ़ाने और मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई की। कोर्ट ने शांति बहाली और विस्थापित लोगों के पुनर्वास की निगरानी के लिए तीन सदस्यीय निगरानी पैनल बनाने का सुझाव दिया, जिसमें राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, राज्य मानवाधिकार आयोग, और स्टेट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
राज्य सरकार की ओर से पेश रिपोर्ट में बताया गया कि 4 अप्रैल को जंगीपुर इलाके में वक्फ अधिनियम के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन शुरू हुआ था, लेकिन 8 अप्रैल को उमारपुर में करीब 5,000 लोगों की भीड़ ने NH-12 को जाम कर दिया और हिंसा फैल गई। भीड़ ने पुलिस पर ईंटों, लोहे की रॉड, धारदार हथियार और पेट्रोल बमों से हमला किया। सरकारी वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।
11 अप्रैल को सुई और शमशेरगंज इलाकों में भी ताजा हिंसा की खबरें आईं, जहां सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया। पुलिस ने सुई के साजुर मोड़ पर आत्मरक्षा में फायरिंग की पुष्टि की है। अब तक 278 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने कहा कि वे हिंसा से प्रभावित लोगों से सीधे मिलना चाहते हैं और गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपने पर विचार करेंगे। उन्होंने कहा,
“यह अंधकारमय समय है, लेकिन इसके बाद सुबह जरूर आएगी। जब मुझे लगेगा कि शांति बहाल हो चुकी है, तब मैं अपनी रिपोर्ट तैयार करूंगा।”
हालांकि, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल से दौरा स्थगित करने की अपील की। उन्होंने कहा, “मैं राज्यपाल से अनुरोध करती हूं कि वे फिलहाल मुर्शिदाबाद न जाएं। विश्वास बहाली की प्रक्रिया चल रही है। अभी परिस्थिति संवेदनशील है। SIT का गठन हो चुका है और मैं स्वयं उचित समय पर दौरा करूंगी।”
राज्यपाल का दौरा राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) के प्रस्तावित जांच दौरे से ठीक पहले हो रहा है, जिससे जिले में तनाव और अधिक बढ़ गया है।
राज्यपाल मालदा से अपने दौरे की शुरुआत करेंगे, जहां वे दंगों के कारण विस्थापित लोगों के राहत शिविरों का दौरा करेंगे। इसके बाद वे मुर्शिदाबाद के सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों में जाएंगे और शुक्रवार रात या शनिवार सुबह कोलकाता लौटने की संभावना है।