सिंधु जल संधि के निलम्बन से बिलबिलाया बिलाबल भुट्टो, “या तो हमारा पानी या उनका खून इसमें बहेगा”।

Bilawal Bhutto was furious over the suspension of the Indus Water Treaty, "Either our water or their blood will flow in it".चिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: सिंधु जल संधि के निलम्बन से पाकिस्तान के गुस्से के संकेत देते हुए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के प्रमुख बिलावल भुट्टो-जरदारी ने कहा कि देश सिंधु सभ्यता का सच्चा संरक्षक है और उन्होंने भारत को चेतावनी दी कि “या तो हमारा पानी या उनका खून इसमें बहेगा”।

शुक्रवार को एक सार्वजनिक रैली में भुट्टो ने कहा, “सिंधु हमारी है और हमारी ही रहेगी। या तो हमारा पानी इसमें बहेगा या उनका खून इसमें बहेगा।” इस बयान से पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया।

वर्षों की बातचीत के बाद सितंबर 1960 में हस्ताक्षरित यह संधि यह तय करती है कि सिंधु बेसिन की छह नदियों के पानी का उपयोग और वितरण भारत और पाकिस्तान के बीच कैसे किया जाता है। संधि के निलम्बन से भविष्य में पाकिस्तान पर बहुत बुरा असर पड़ेगा क्योंकि यह उसकी 80% कृषि भूमि को पानी उपलब्ध कराता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए भुट्टो ने कहा कि न तो पाकिस्तान और न ही अंतरराष्ट्रीय समुदाय उनकी “युद्धोन्माद” या सिंधु नदी के पानी को मोड़ने की कोशिश को बर्दाश्त करेगा। भुट्टो ने कहा, “वह (मोदी) कहते हैं कि वे हजारों साल पुरानी सभ्यता के उत्तराधिकारी हैं, लेकिन वह सभ्यता मोहनजोदड़ो, लरकाना में है। हम इसके सच्चे संरक्षक हैं और हम इसकी रक्षा करेंगे।”

पाकिस्तान को एक सख्त संदेश देते हुए पीएम मोदी ने हर आतंकवादी और उनके समर्थकों की “पहचान करने, उन्हें ट्रैक करने और दंडित करने” की कसम खाई है और “उन्हें धरती के छोर तक खदेड़ देंगे”। भुट्टो, जो पाकिस्तान के विदेश मंत्री भी रह चुके हैं, ने कहा कि पाकिस्तान पहले ही आतंकी हमले की निंदा कर चुका है, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए थे, लेकिन भारत अपनी सरकार की विफलताओं को छिपाने के लिए इस पर आरोप लगा रहा है।

उन्होंने आगे कहा, “भारत उस संधि को गैरकानूनी तरीके से रद्द कर रहा है जिसके तहत उसने स्वीकार किया था कि सिंधु नदी पाकिस्तान की है।”

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