ब्रिक्स सीसीआई ने कोरोना से पीड़ित जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए ई-हेल्प डेस्क किया लॉन्च
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: ब्रिक्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए 200 से अधिक स्वयंसेवकों की टीम के साथ ई-हेल्प डेस्क लॉन्च कर देश भर में 150 से अधिक परिवारों को मदद पहंचाने में सफल रहा
नई दिल्ली, 26 मई, 2021: ब्रिक्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने कोविड-19 की इस दूसरी लहर के दौरान दिल्ली एवं देश के अन्य भागों में जरूरतमंद लोगों की सहायता करने के प्रयास में 200 से अधिक स्वयंसेवकों की एक टीम के साथ एक ई-हेल्प डेस्क लॉन्च किया। ई-हेल्पडेस्क दिल्ली सहित एक अखिल भारतीय सेवा थी जिसका गठन मरीजों के परिचारकों को दवाओं, प्लाज्मा, ऑक्सीजन और अस्पताल और आवश्यकताओं की व्यवस्था करने में मदद करने के लिए किया गया था। स्वयंसेवकों के साथ-साथ ब्रिक्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के कुछ निस्वार्थ सदस्य भी थे जो जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए लगातार उपलब्ध थे।
ब्रिक्स सीसीआई के उपाध्यक्ष श्री समीप शास्त्री ने कहा कि हमारे स्वयंसेवक भारत के विभिन्न स्थानों से डिजिटल रूप से काम कर रहे लोगों की मदद के लिए काम कर रहे थे जिन्हें मदद की जरूरत थी। हमारे पास स्वयंसेवकों की 3 टीमें थीं जिन्होंने शोध किया और लीड पाईं, उनका सत्यापन किया और फिर उन्हें उन परिचारकों से जोड़ा जिन्हें इसकी आवश्यकता थी। ब्रिक्स सीसीआई का ध्येय उन लोगों की मदद करना था जिन्हें संसाधनों का पता लगाने में कठिनाई हो रही थी और उन्हें सत्यापित संपर्क प्रदान करना था। 2 सप्ताह की अवधि में, हम देश भर में 150 से अधिक मामलों में मरीजों व उनके परिवार को मदद करने में सफल रहे।
ब्रिक्स सीसीआई की स्वयंसेवकों की टीम ऑक्सीजन सिलेंडर, अस्पताल के बिस्तर, प्लाज्मा और दवाओं की पुष्टि करने में कामयाब रही और बाद में उसे मरीज के परिचारक से जोड़ा। ब्रिक्स सीसीआई ने उन लोगों के अपने प्लेटफॉर्म पर विभिन्न फंडरेजर को साझा और प्रचारित किया, जिन्हें वित्तीय सहायता की सख्त आवश्यकता थी। ई-हेल्प डेस्क के अलावा, ब्रिक्स सीसीआई ने कोविड-19 के संबंध में विभिन्न प्रासंगिक विषयों पर एक डिजिटल अभियान भी शुरू किया है। ब्रिक्स सीसीआई की टीम ने जानकारी को ठीक करने और फिर उसे विभिन्न प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन प्रसारित करने पर भी काम किया ।
ब्रिक्स सीसीआई के महानिदेशक और फॉर स्कूल आफ मैनेजमेंट के चेयरमैन डॉ0 बीबीएल मधुकर ने कहा कि इस महामारी के समय में मानवीय सहायता और लचीलेपन की आवश्यकता है। हमें याद रखना चाहिए कि यह अभी तूफानी हो सकता है लेकिन हमेशा के लिए बारिश नहीं हो सकती। इसके साथ हमारा लक्ष्य इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान हर किसी की जरूरत में अपनी सहायता और समर्थन देना चाहते थे।