इनर लाइन परमिट के बिना नहीं जा सकते भारत में इन जगहों पर, क्या है इनर लाइन परमिट
शिवानी रजवारिया
भारत में ऐसी बहुत सी जगह है, जहां जाना मना है और अगर आप जाना चाहते हैं, तो आपको विशेष अनुमति की जरूरत होती है। इन जगहों पर आसानी से नहीं जाया जा सकता। स्थानीय लोगों को छोड़कर इन जगहों पर जाने के लिए इनर लाइन परमिट लेना होता है। यह कानून देश दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से आए यात्रियों (टूरिस्ट्स) के लिए मान्य है। परमिशन लेने के बाद आप एक तय समय सीमा तक ही उस जगह पर घूम सकते हैं। ये क्षेत्र दूसरे देशों की सीमाओं के नजदीक स्थित है।
इनर लाइट परमिट
इनर लाइट परमिट एक ऑफिशियल दस्तावेज(डॉक्यूमेंट) है,जो देश के अंदर टूरिस्ट (यात्री) को संरक्षित क्षेत्र प्रोटेक्टिव एरिया में जाने की परमिशन देता है। इस परमिट की समय सीमा होती है।यह परमिट संबंधित राज्य सरकार लागू करती है।इनर लाइन परमिट बंगाल ईस्टर्न फ्रंटियर रेगुलेशन,1873 के आधार पर लागू किया जाता है।
क्यों बनाया गया?
यह अधिनियम पूर्वोत्तर के पहाड़ी आदिवासियों को रोकने के लिए बनाया गया था क्योंकि वे ब्रिटिश नागरिकों के संरक्षित क्षेत्रों में प्रायः घुसपैठ किया करते थे। पहाड़ी आदिवासियों से ब्रिटिश हितों की रक्षा करने के लिए यह अधिनियम बनाया गया। इसके तहत दो समुदायों के बीच क्षेत्रों के विभाजन के लिए इनर लाइन नामक एक काल्पनिक रेखा का निर्माण किया गया ताकि दोनों पक्षों के लोग बिना परमिट के एक दूसरे के क्षेत्रों में प्रवेश न कर सकें।
भारत के पांच ऐसे क्षेत्र जहां जाने से पहले इनर लाइन परमिट लेना जरूरी है-
कोहिमा (नागालैंड)
भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य नागालैंड की राजधानी कोहिमा में अधिकतर आदिवासी रहते हैं। यह एक बहुत खूबसूरत शहर है। यहां की संस्कृति पर्यटकों को बहुत पसंद आती हैं। आदिवासियों की रंग बिरंगी संस्कृति को देखने के लिए अधिकांश पर्यटक यहां आने की इच्छा रखते हैं। कोहिमा को एशिया का स्वीटजरलैंड भी कहा जाता है।
लोकतल लेक (मणिपुर)
दुनिया भर में कई अजीबोगरीब झीलें हैं। लोकतल झील उनमें से एक है।भारत के उत्तर पूर्व में स्थित मणिपुर राज्य में लोकतक झील को पहली तैरती हुई झील माना जाता है। प्रख्यात लोक दल झील में कई जगह पर भूखंड के भूखंड के टुकड़े देते हुए दिखाई देते हैं जिसमें पानी भरा हुआ होता है।अपने इस अनोखेपन के कारण यह जिन लोगों को खूब आकर्षित करती है।
चांगु लेक (सिक्किम)
सिक्किम का प्रमुख टूरिस्ट डेस्टिनेशन चांगु लेक माना जाता है। सोंगमो या चांगु झील पूर्वी सिक्किम में स्थित है। जो गंगोट से करीब 40 किमी आगे है।सिक्किम के नाथू ला दर्रे के रास्ते में यह झील पड़ती है। सर्दियों में झील का पानी पूरी तरह जम जाता है। पर्यटकों को यहां आने के लिए इनर लाइन परमिट लेने की आवश्यकता होती है।इस झील से मात्र 5 किलोमीटर कि दूरी पर चीनी सीमा क्रॉसिंग है। इस झील के बारे में एक विशेषता है। भारतीय डाक सेवा ने वर्ष 2006 में इस झील को समर्पित एक टिकट जारी किया था।
(जीरो) अरुणाचल प्रदेश
अरुणाचल प्रदेश में जाने के लिए इनर लाइन परमिट लागू किया गया हुआ है। यहां पर कई शानदार tourist attractions हैं। इनमें सबसे पॉपुलर जीरो वैली है। इस रैली को वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स में शुमार किया जाता है। आपको बता दें कि इस वैली के पास आपातानी ट्राइव से जुड़े लोग रहते हैं।
आइजोल (मिजोरम)
आइजोल मिजोरम की राजधानी है।यहां कई शानदार जगह हैं। इसे देखने के लिए दुनिया भर से लोग यहां आते हैं। इनमें म्यूजियम, हिल स्टेशंस, स्थानीय लोग और उनकी कला शामिल है। हालांकि, मिजोरम में भी इनर लाइन परमिट लागू है। इस वजह से यहां लिमिटेड टाइम पीरियड के लिए कोई व्यक्ति परमिशन लेकर जा सकता है।