मुकुल रॉय की हुई घर वापसी, बीजेपी छोड़ टीएमसी में फिर से हुए शामिल
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: मुकुल रॉय की घर वापसी हो गयी है। तृणमूल कांग्रेस की नेता और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बंद कमरे में मुलाकात के बाद आज फिर से तृणमूल कांग्रेस में वापस आ गए। साल 2017 के नवंबर में टीएमसी से बीजेपी में गए मुकुल रॉय का सिर्फ 4 साल में ही भगवा पार्टी से मोह भंग हो गया। इससे पहले ममता ने पार्टी के सीनियर नेताओं के साथ बैठक की जिसके बाद मुकुल रॉय अपने बेटे शुभ्रांशु रॉय के साथ टीएमसी में शामिल हो गये।
मुकुल रॉय पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से आज लंबी चर्चा के बाद उनकी पार्टी का दामन थाम लिया। इस मौके पर ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने मुकुल रॉय को पार्टी का पटका पहनाया और गले लगाया। इसके बाद मुकुल रॉय ने कहा कि घर में आकर अच्छा लग रहा है। बंगाल ममता बनर्जी का है और रहेगा। मैं बीजेपी में नहीं रह पा रहा था।
बंगाल चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद से ही चर्चा थी कि मुकुल रॉय भाजपा छोड़कर तृणमूल में लौट सकते हैं। लेकिन, इस चर्चा को तब हवा मिली, जब कोरोना से संक्रमित मुकुल की पत्नी कृष्णा से मिलने ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी अस्पताल पहुंचे। हॉस्पिटल में अभिषेक ने मुकुल के बेटे शुभ्रांशु से मुलाकात की। इसके बाद दिलीप घोष भी अस्पताल गये। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन करके मुकुल से उनकी पत्नी की सेहत के बारे में जानकारी ली।
मुकुल रॉय तृणमूल कांग्रेस में ममता बनर्जी के बाद नंबर दो की हैसियत रखते थे और तृणमूल कांग्रेस छोड़ने वाले वह पहले बड़े नेता थे। लेकिन वह बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले ही वह तृणमूल में लौटना चाहते थे, क्योंकि बीजेपी बंगाल अध्यक्ष दिलीप घोष से उनकी नहीं बनती थी। हालांकि, बंगाल भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय से उनकी अच्छी जमती थी। अब जबकि कैलाश को ही किनारे लगा दिया गया है, तो मुकुल को अपना भविष्य सुरक्षित नहीं दिख रहा।