इंदौर में आया ग्रीन फंगस का पहला मामला
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: कोरोना के कारण देश में पहले ब्लैक फंगस, उसके बाद वाइट फंगस, येल्लो फंगस के मामले सामने आये थे, लेकिन आज इंदौर में एक मरीज को ग्रीन फंगस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। देश में यह पहली बार है जब कोई ग्रीन फंगस का मरीज मिला है।
इंदौर में एक मरीज के फेफड़ों की जांच के दौरान ग्रीन फंगस होने की पुष्टि हुई है। फिलहाल देश के इस अकेले मरीज को मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है।
इंदौर के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने कहा है कि, मरीजे के फेफड़ों की जांच में एक हरे रंग का फंगस मिला है। इसी के आधार पर इसे ग्रीन फंगस (Green Fungus) नाम दिया गया है।
दरअसल, इंदौर के इस मरीज को कुछ दिन पहले कोरोना हुआ था। जब वो कोरोना से रिकवरी कर गया तो पोस्ट कोविड लक्षणों के चलते उसे दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन इलाज के दौरान उसके फैफड़ों में हरे रंग का फंगस दिखा। डॉक्टरों का कहना है कि मरीज के फेफड़े इस फंगस के 90 फीसदी तक संक्रमित हो चुके हैं। उसके दाएं फेफड़े में मवाद भर गया था। फेफड़े और साइनस में एसपरजिलस फंगस घर कर गया था। इसे ही ग्रीन फंगस कहा जा रहा है।