फिंगर 8 से पिछे हट रही है चीनी सेना
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: भारत चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में जारी सीमा विवाद अब खत्म होने लगा है। दोनों देशों के बीच हुए समझौते के अनुसार पैंगॉन्ग त्सो से चीन की पीएलए और भारतीय सैनिकों के बीच वापसी की प्रक्रिया निर्धारित शेड्यूल के अनुसार हो रही है। लोकसभा में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने गुरूवार को कहा था कि भारत-चीन पूर्वी लद्दाख में जारी विवाद को खत्म करने पर सहमत हुए हैं। सूत्रों की माने तो साल्टवाटर लेक के उत्तरी तट पर चीनी सेना के भारी युद्धक टैंक तेजी से फिंगर 8 से पीछे हट रहे हैं।
चीन द्वारा भारत से लगती सीमाओं पर सड़कों का जाल बिछाये जाने और भारत के इस मामले में पीछे रह जाने पर रक्षा मंत्रालय की स्थायी समिति ने चिंता जाहिर की है। संसद में पेश रिपोर्ट में सीमा पर सड़क और पुलों के निर्माण में देरी को समिति ने गंभीर माना है। कहा है कि सीमा पर वर्ष 2018-19 में 11 सड़कों का निर्माण कार्य पूरा होना था, लेकिन सिर्फ 6 सड़कों का ही निर्माण हो पाया है।
रक्षा मामलों पर संसद की स्थायी समिति ने पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में पैंगोंग झील और गलवान घाटी का दौरा करने का फैसला किया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता जुएल ओराम की अध्यक्षता वाली समिति मई या जून के अंतिम हफ्ते में वहां के दौरे पर जाना चाहती है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी इस समिति के सदस्य हैं। सूत्रों ने बताया कि इन इलाकों का दौरा करने का फैसला समिति की पिछली बैठक में लिया गया था। बैठक में राहुल गांधी शामिल नहीं हुए थे। एलएसी पर जाने के लिए समिति को सरकार से मंजूरी लेनी होगी।