सीएलसी ने जोजिला दर्रा और करगिल में नई श्रम संहिताओं के कार्यान्वयन की समीक्षा की
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: मुख्य श्रम आयुक्त तथा श्रम ब्यूरो के महानिदेशक श्री डी.पी.एस. नेगी ने आज जोजिला दर्रा और करगिल में श्रम कानूनों तथा नई श्रम संहिताओं को लेकर जागरूक करने तथा उनके कार्यान्वयन की समीक्षा की। बीआरओ एवं एनएचआईडीसीएल के परियोजना अधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठकों में, श्री नेगी ने उनके परियोजना स्थलों पर व्याप्त श्रम मुद्दों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने वहां चल रहे विभिन्न कार्य-कलापों का भी अध्ययन किया।
श्री नेगी ने जोजिला सुरंग स्थल पर श्रमिकों से मुलाकात की तथा उनकी शिकायतें सुनीं। उन्होंने देश के इन दूर-दराज के क्षेत्रों में काम कर रहे श्रमिकों की समस्याओं पर ध्यान दिया। श्री नेगी ने संगठित तथा असंगठित क्षेत्र दोनों में श्रमिकों के लिए भारत सरकार की योजनाओं के लाभों के बारे में उन्हें बताया। श्री नेगी ने श्रम कानूनों और नई श्रम संहिताओं के कार्यान्वयन के महत्व के बारे में अधिकारियों तथा ठेकेदारों को जानकारी दी। उन्होंने समझाया कि किस प्रकार नई श्रम संहिताओं का अनुपालन कर्मचारियों तथा नियोक्ताओं दोनों के लिए ही लाभ की स्थिति है।
श्री नेगी ने श्रमिकों से अपना श्रमिक कार्ड बनवाने के लिए आवेदन करने और खुद को एनडीयूडब्ल्यू पोर्टल, जिसे भारत सरकार का श्रम मंत्रालयशीघ्र ही लॉन्च करेगा, में भी पंजीकृत करवाने का आग्रह किया। उन्होंने उन्हें उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया तथा उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार हमेशा उनके कल्याण, सुरक्षा और हिफाजत की दिशा में संवेदनशील है। श्री नेगी ने ऐसी कठिन स्थितियों में देश के लिए सेवा करने और राष्ट्र निर्माण में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए श्रमिकों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सरकार उनके कल्याण उपायों के लिए प्रतिबद्ध है और जो भी संभव है, प्रयास कर रही है। उन्होंने उन्हें यह भी आश्वासन दिया कि सभी अधिकारी और कर्मचारी उन्हें उनका नियत अधिकार देने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने उनकी काफी प्रशंसा की और कहा कि राष्ट्र निर्माण में उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।
मुख्य श्रम आयुक्त ने श्रम कानूनों और नई श्रम संहिताओं के कार्यान्वयन के महत्व के बारे में अधिकारियों तथा ठेकेदारों को जानकारी दी। उन्होंने उन्हें विस्तार से बताया कि किस प्रकार नई श्रम संहिताओं का अनुपालन कर्मचारियों तथा नियोक्ताओं दोनों के लिए ही लाभ की स्थिति है।