कांग्रेस ने भूपेश बघेल पर ईडी की छापेमारी को ‘सुर्खियां बटोरने की साजिश’ बताया

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से जुड़े परिसरों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी कथित शराब घोटाले को लेकर केंद्र द्वारा “सुर्खियों को मैनेज” करने की साजिश है।
ईडी ने कहा कि छापेमारी बघेल के बेटे की शराब घोटाले में कथित संलिप्तता की जांच का हिस्सा है। पार्टी के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि छापेमारी सुर्खियों को मैनेज करने की “साजिश” लगती है। उन्होंने ईडी की कार्रवाई की जरूरत पर भी सवाल उठाया, जब अदालत ने बघेल के खिलाफ मामला रद्द कर दिया था।
खेड़ा ने आरोप लगाया, “आज जब संसद सत्र शुरू हो रहा है, तो चारों तरफ से घिरी भाजपा ने सुर्खियों को बदलने और टैरिफ, गिरती अर्थव्यवस्था, मतदाता सूची धोखाधड़ी आदि से देश का ध्यान हटाने के लिए वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेश बघेल जी के घर पर ईडी से छापेमारी करवाई।” बघेल के कार्यालय ने एक्स पर लिखा कि एजेंसियां पिछले सात सालों से उनके खिलाफ “झूठा मामला” चला रही हैं। उन्होंने कहा, “अगर कोई इस साजिश के जरिए पंजाब में कांग्रेस को रोकने की कोशिश कर रहा है, तो यह गलतफहमी है।”
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने छापेमारी को संसद में महत्वपूर्ण मुद्दों पर जवाब से बचने के लिए सरकार की ध्यान भटकाने की रणनीति करार दिया। उन्होंने कहा, “ये ध्यान भटकाने की रणनीति है; जब भी संसद सत्र चल रहा हो, लोगों के ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए, लेकिन वे इन मुद्दों से भागना चाहते हैं। सरकार लोगों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा नहीं करना चाहती। इसलिए, जब भी संसद सत्र चल रहा हो, वे ध्यान भटकाने वाली रणनीति अपनाते हैं। उन्हें ऐसा करने दीजिए।”
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छापेमारी में राज्य सरकार की भूमिका से इनकार किया। उन्होंने कहा, “हर कोई जानता है कि कांग्रेस सरकार के तहत कई घोटाले हुए हैं और केंद्रीय एजेंसियां उनकी जांच कर रही हैं। कुछ लोग जेल में हैं और कुछ अन्य जेल जाने की तैयारी कर रहे हैं। एक केंद्रीय एजेंसी जांच कर रही है, इसमें राज्य की कोई भूमिका नहीं है।”