कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने निर्मला सीतारमण पर साधा निशाना, भाजपा और आरएसएस पर भी लगाए गंभीर आरोप
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: संविधान पर बहस के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर पलटवार करते हुए उन्हें आड़े हाथों लिया। खड़गे ने कहा कि सीतारमण भले ही “आर्थिक विशेषज्ञ” हों, लेकिन उनके काम अच्छे नहीं हैं। खड़गे ने चुटकी लेते हुए कहा, “मैं भी पढ़ना जानता हूं। मैंने नगर पालिका स्कूल से पढ़ाई की है, जबकि उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से पढ़ाई की है। यह तय है कि उनकी अंग्रेजी और हिंदी अच्छी होगी, लेकिन उनके काम अच्छे नहीं हैं।”
खड़गे का यह बयान सीतारमण द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर संविधान में संशोधन करके अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने का आरोप लगाए जाने के बाद आया। खड़गे ने कहा, “वित्त मंत्री भले ही विशेषज्ञ हों, लेकिन उनके कार्यकाल में कोई उल्लेखनीय सुधार नहीं हुआ है।”
इसके अलावा, खड़गे ने भाजपा और आरएसएस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि “जो लोग तिरंगे, अशोक चक्र और संविधान से नफरत करते थे, वही लोग आज संविधान पर शिक्षा देने का प्रयास कर रहे हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि जब संविधान को अपनाया गया था, तब भाजपा के लोग बाबासाहेब अंबेडकर, नेहरू और गांधी के पुतले जलाते थे। खड़गे ने कहा, “आरएसएस ने संविधान का विरोध किया क्योंकि यह मनुस्मृति पर आधारित नहीं था। 26 जनवरी, 2002 को पहली बार आरएसएस ने तिरंगा फहराया था।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “नंबर एक झूठा” बताते हुए कहा कि मोदी ने 15 लाख रुपये आने का वादा किया था, लेकिन वह कभी नहीं आए। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि उन्होंने पिछले 11 सालों में संविधान को मजबूत करने के लिए क्या किया है।”
16 दिसंबर को ‘विजय दिवस’ के अवसर पर खड़गे ने भाजपा नेताओं से आग्रह किया कि वे दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से प्रेरणा लें। खड़गे ने कहा, “आज बांग्लादेश मुक्ति दिवस है। इंदिरा गांधी ने हमारे देश को बचाया, वह आयरन लेडी थीं। भाजपा नेताओं को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए, खासकर जब बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाए जाने की घटनाएँ हो रही हैं।”
इस दौरान खड़गे ने भाजपा और आरएसएस पर आरोप लगाया कि वे देश को गुमराह कर रहे हैं और संविधान के प्रति उनके दृष्टिकोण को गलत बताया।