दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ईडी की पूछताछ में शामिल नहीं हुए; कहा- बीजेपी के इशारे पर समन

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल गुरुवार को कथित उत्पाद शुल्क नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी के सामने पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुए।
आम आदमी पार्टी सूत्रों केअनुसार, अरविन्द केजरीवाल पार्टी के चुनाव प्रचार के लिए मध्य प्रदेश के सिंगरौली में होंगे। वहां उनका पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ एक रोड शो में शामिल होने का कार्यक्रम है।
केंद्रीय जांच एजेंसी को लिखे पत्र में केजरीवाल ने दावा किया कि उन्हें भेजा गया समन “अवैध और राजनीति से प्रेरित” था। केजरीवाल ने कहा कि उन्हें बीजेपी के इशारे पर ईडी का नोटिस भेजा गया है, जो नहीं चाहती कि वह अपनी पार्टी के लिए चुनाव प्रचार में हिस्सा लें।
केजरीवाल ने उन्हें भेजे गए ईडी नोटिस में कई असमानताओं पर भी प्रकाश डाला। केजरीवाल ने कहा कि नोटिस में यह स्पष्ट नहीं है कि ईडी ने उन्हें गवाह के तौर पर बुलाया है या संदिग्ध के तौर पर। पत्र में केजरीवाल ने पूछा, “मुझे एक व्यक्ति के रूप में, दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में या आप के प्रमुख के रूप में बुलाया गया है।”
कथित उत्पाद शुल्क नीति घोटाले में सीबीआई द्वारा लगभग नौ घंटे तक पूछताछ किए जाने के लगभग छह महीने बाद अरविंद केजरीवाल को ईडी का समन आया है।
इस मामले में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया को इसी साल फरवरी में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। ईडी ने तिहाड़ जेल में पूछताछ के बाद 9 मार्च को सीबीआई की एफआईआर से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सिसोदिया को गिरफ्तार किया। इस सप्ताह की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी।
आप ने बुधवार को आरोप लगाया कि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले इंडिया गठबंधन के शीर्ष नेताओं को निशाना बनाने की भाजपा की योजना के तहत केजरीवाल गिरफ्तार होने वाले पहले व्यक्ति होंगे। नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आप नेता राघव चड्ढा ने दावा किया कि 2014 के बाद से जांच एजेंसियों द्वारा दर्ज किए गए 95 फीसदी मामले विपक्षी नेताओं के खिलाफ हैं।