दिल्ली भगदड़: रेल मंत्री ने कहा, स्थिति नियंत्रण में, जांच के आदेश

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर स्थिति नियंत्रण में है, जहां भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई थी।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रयागराज में महाकुंभ के लिए जाने वाले यात्रियों की अभूतपूर्व भीड़ को संभालने के लिए उत्तर रेलवे ने चार विशेष ट्रेनें चलाई हैं। शनिवार देर रात और रविवार सुबह कई ट्वीट में वैष्णव ने कहा कि भगदड़ की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं और उनकी टीम इस दुखद घटना से प्रभावित सभी लोगों की सहायता के लिए काम कर रही है।
High-level inquiry ordered https://t.co/Egaifp5Onx
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) February 15, 2025
वैष्णव ने कहा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (एनडीएलएस) पर इस अभूतपूर्व अचानक भीड़ को निकालने के लिए चार विशेष ट्रेनें चलाई गई हैं। भीड़ अब कम हो गई है।”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि स्थिति का जायजा लेने के लिए दिल्ली पुलिस और रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) के जवान मौके पर पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा, “एनडीएलएस पर स्थिति नियंत्रण में है। दिल्ली पुलिस और आरपीएफ पहुंच गई है। घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। अचानक भीड़ को निकालने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं।”
करीब एक घंटे बाद वैष्णव ने कहा, “उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।” पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ से बहुत दुखी हूं। मेरी प्रार्थनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। पूरी टीम उन सभी लोगों की सहायता करने के लिए काम कर रही है जो इस दुखद घटना से प्रभावित हुए हैं।”
रेलवे बोर्ड के प्रेस बयान के अनुसार, शनिवार रात करीब 9.30 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म 13 और 14 के पास “अभूतपूर्व भीड़” जमा हो गई।
बयान में कहा गया, “यात्रियों की अचानक भीड़ बढ़ने के कारण कुछ लोग बेहोश हो गए, जिससे भगदड़ की अफवाह फैल गई, जिससे यात्रियों में दहशत फैल गई। बाद में भीड़ को कम करके स्थिति को नियंत्रित किया गया।” इसमें कहा गया, “उत्तर रेलवे ने अप्रत्याशित भीड़ को निकालने के लिए तुरंत चार विशेष ट्रेनें चलाईं। नतीजतन, अब भीड़ काफी कम हो गई है।”
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मचने से पहले प्रयागराज के लिए ट्रेन पकड़ने के लिए स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 पर यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। रेलवे के डिप्टी कमिश्नर (डीसीपी) केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक, जब प्रयागराज एक्सप्रेस ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर खड़ी थी, तब प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर कई लोग मौजूद थे।
अधिकारी ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी ट्रेन देरी से चल रही थीं और उन ट्रेनों के यात्री भी प्लेटफॉर्म नंबर 12, 13 और 14 पर मौजूद थे, जिससे भीड़भाड़ बढ़ गई। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, प्लेटफॉर्म बदलने के बारे में गलत घोषणा से भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है, जिससे भगदड़ मच गई और दर्जनों लोग घायल हो गए।
दिल्ली पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और कहा है कि वे घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज खंगालेंगे ताकि पता चल सके कि अफरा-तफरी मचने से पहले क्या हुआ था। सरकार ने भगदड़ में मरने वालों के परिवारों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये तथा मामूली रूप से घायलों को 1 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।