दिल्ली लूटी गई: CAG रिपोर्ट में 2,000 करोड़ रुपये के घाटे का खुलासा, BJP ने AAP पर साधा निशाना
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट में यह खुलासा होने के बाद कि दिल्ली सरकार के तहत आबकारी नीति के कारण 2,000 करोड़ रुपये से अधिक का घाटा हुआ है, भाजपा ने आम आदमी पार्टी (आप) के खिलाफ हमलों की नई लहर शुरू कर दी है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आप पर बड़े पैमाने पर घोटाले करने और रिपोर्ट के निष्कर्षों को दबाने का प्रयास करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आखिरकार वह दिन आ ही गया जब अरविंद केजरीवाल, आतिशी और मनीष सिसोदिया अपने काले कारनामों को छुपाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन अब उनकी सच्चाई सामने आ चुकी है।
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “आखिरकार वह दिन आ ही गया, और अरविंद केजरीवाल, आतिशी और मनीष सिसोदिया इसे अनदेखा करने की कोशिश कर रहे थे। आज, उनके काले कारनामे सार्वजनिक हो गए हैं। इस रिपोर्ट ने साबित कर दिया है कि आप नेताओं ने दिल्ली को कैसे लूटा है।”
सचदेवा ने आरोप लगाया कि आप ने जानबूझकर नियमों को दरकिनार किया, जिसके कारण गैर-अनुरूप क्षेत्रों में शराब की दुकानें खोलने के कारण 900 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। उन्होंने कहा, “उन्होंने अवैध नीतियों को पारित करने के लिए सभी नियम और कानून तोड़ दिए, कोविड-19 के बीच भी जनता के पैसे को अपनी जेब में डाल लिया।”
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने केजरीवाल पर 2,000 करोड़ रुपये के घोटाले की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए हमला तेज कर दिया। उन्होंने सवाल किया, “2013 में केजरीवाल ने शीला दीक्षित को हटाने के लिए सीएजी रिपोर्ट का इस्तेमाल किया था। अब जब उनके खुद के भ्रष्टाचार की सच्चाई सामने आ गई है, तो वे इस रिपोर्ट को क्यों छिपा रहे हैं?”
भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी और कहा कि सुरक्षा जमा न करने के कारण 27 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ और शराब के लाइसेंस उचित जांच के बिना दिए गए। उन्होंने दावा किया, “एक आदमी को 50 शराब की दुकानें दे दी गईं – दिल्ली में यह अभूतपूर्व है। गुटबाजी के कारण नकली शराब बेची गई।”
भाजपा नेताओं ने यह भी दावा किया कि आप के भीतर दरारें उभर रही हैं, कथित तौर पर नौ विधायक पार्टी छोड़ने की योजना बना रहे हैं। दिल्ली विधानसभा सत्र से उनकी अनुपस्थिति ने अटकलों को और हवा दे दी है।
पिछली आम आदमी पार्टी सरकार के प्रदर्शन का आकलन करने वाली 14 में से एक सीएजी रिपोर्ट को नवनिर्वाचित भाजपा मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने विधानसभा के पहले सत्र के दूसरे दिन ही पेश किया। अनुलग्नकों सहित 208 पृष्ठों की रिपोर्ट में लाइसेंसिंग प्रक्रिया में उल्लंघनों को चिन्हित किया गया है तथा इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि अब समाप्त हो चुकी आबकारी नीति में परिवर्तन प्रस्तावित करने के लिए गठित विशेषज्ञ पैनल की सिफारिशों को तत्कालीन उपमुख्यमंत्री एवं आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा नजरअंदाज कर दिया गया था।