डॉ. हर्षवर्धन ने पुनर्निर्मित हरदयाल म्यूनिसिपल हेरिटेज पब्लिक लाइब्रेरी का किया उद्घाटन
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज दिल्ली के चांदनी चौक में पुनर्निर्मित हरदयाल म्यूनिसिपल हेरिटेज पब्लिक लाइब्रेरी का उद्घाटन किया। उन्होंने इस पुस्तकालय को, जिसमें दुर्लभ पुस्तकों का एक विशाल संग्रह है, पूरे देश को समर्पित किया है। पुस्तकालय को 3 करोड़ रुपये से अधिक के सार्वजनिक निवेश के साथ पुनर्निर्मित किया गया है।
इस अवसर पर उपस्थित लोगों को डॉ. हर्षवर्धन ने यह भी बताया कि देश में पिछले 28 दिनों से कोरोना संक्रमित रोगियो की संख्या लगातार घट रही है और चौथे दिन 1 लाख से कम नये मरीज़ सामने आए हैं। उन्होने कहा कि इसी कारण उन्हें व्यक्तिगत रूप से अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के बीच आने का अवसर मिला है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने इस पुस्तकालय में अबुल फजल द्वारा अनुवादित फारसी महाभारत जैसे दुर्लभ संग्रहों की प्रशंसा की। इस पुस्तकालय में सम्राट अकबर के दरबार में रचित 1677 ईस्वी से ‘द हिस्ट्री ऑफ वर्ल्ड’ की एक प्रति, 1810 ई. का हस्तलिखित भगवत पुराण, भृगु संहिता, हिंदी में कुरान की एक पुरानी प्रति, यमुना के मैदानों की मूल भाषा ‘ब्रीज’ में लिखी गई पहली पुस्तक मौजूद हैं। वर्ष 1862 में शुरू हुए इस पुस्तकालय ने 1917 से 1988 तक के दिल्ली राजपत्र की प्रतियां संग्रहीत की हैं और इसके संग्रह में कई दुर्लभ रत्न हैं जिनमें 350 पांडुलिपियां और 8000 पुरानी किताबें शामिल हैं जिन्हें पुनर्निर्माण से पहले उचित संग्रह और भंडारण की आवश्यकता थी। स्वास्थ्य मंत्री को अवगत कराया गया कि विभाजन की पूर्व संध्या पर एक गांव के भाग्य से जुड़े एक मुकद्मे सहित कई अदालती मामलों को भारत के पक्ष में पुस्तकालय से साक्ष्य प्राप्त करने के कारण निपटाया गया था।
इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों को कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करने की दृढ़ता से सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि रोगियों की संख्या में कमी से जनता में कभी भी आत्मसंतुष्टि की भावना पैदा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा, “मास्क को बार-बार लगाना और हटाने के इस रवैये, मास्क के अनुचित पहनने और सख्त कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन नहीं करने के कारण कोविड की दूसरी लहर के फैलने में बड़ा योगदान रहा है। जब हमारे कई डॉक्टर, नर्स हमारी रक्षा के लिए आत्म-बलिदान के रूप में कोरोना योद्धा बन गए, जिनमें से कई अंततः कोविड के शिकार हो गए, तो यह हमारा नैतिक कर्तव्य है कि हम उनका समर्थन करने के लिए अधिक से अधिक प्रयास करें। कोविड उपयुक्त व्यवहार में ढिलाई कोविड के कारन अपनी जान गंवाने वालों की पवित्र स्मृति को दुखी करती है।”
पुस्तकालय अभिलेखागार के डिजिटलीकरण के संदर्भ में सरकार के डिजिटलीकरण अभियान पर बोलते हुए, डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने डिजिटल इंडिया के मिशन को दृढता से आगे बढ़ाया है। पूरे लॉकडाउन में, लोगों को सरकारी लाभ सीधे उनके खातों में स्थानांतरित हो सकते हैं; जेएएम ट्रिनिटी ने एक बटन दबाने पर 10 करोड़ किसानों के खाते में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण को सक्षम किया है। इसी तरह, वर्तमान में केंद्र शासित प्रदेशों में लागू किया जा रहा राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (एनडीएचएम) हमारी स्वास्थ्य प्रणाली में गति, पारदर्शिता और जवाबदेही लाएगा। अन्य क्षेत्रों में इस तरह के डिजिटल क्रियान्वयन ने भारतीयों के जीवन में काफी सुधार किया है।” उन्होंने बताया कि इन डिजिटल प्रयासो ने 1980 के दशक की लोकप्रिय कहावत को तोड़ दिया है कि केंद्र सरकार द्वारा आवंटित 1 रुपये के लिए, केवल 15 पैसे ही वास्तव में लक्षित लाभार्थियों तक पहुंचते हैं।
डॉ. हर्षवर्धन ने उपस्थित लोगों को यह भी आश्वासन दिया कि सरकार के पास जल्द ही 18+ वर्ष की आयु के प्रत्येक वयस्क को पूरी तरह से टीकाकरण करने के लिए पर्याप्त टीके होंगे। उन्होने कहा, “उत्पादन क्षमता में वृद्धि के साथ, हमारे पास मई की तुलना में जून में अधिक टीके हैं। जैसे-जैसे क्षमता में सुधार होगा, आपूर्ति में आसानी होगी और जल्द ही प्रत्येक नागरिक का टीकाकरण करने के लिए पर्याप्त टीके उपलब्ध होंगे।”
श्री विजय गोयल, पूर्व सांसद, राज्यसभा सदस्य और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, श्री श्याम जाजू, श्री जय प्रकाश, मेयर, उत्तर दिल्ली नगर निगम, श्रीमती अनामिका, महापौर, दक्षिण दिल्ली नगर निगम, श्री निर्मल जैन, मेयर, पूर्वी दिल्ली नगर निगम, श्री छैल बिहारी गोस्वामी, अध्यक्ष, स्थायी समिति, श्री योगेश कुमार वर्मा, सदन के नेता, श्रीमती सुनीता कौशिक, संयुक्त सचिव, एचएमएचपीएल, और क्षेत्र के पार्षद श्री रविंदर कुमार इस मौके पर मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता एचएमएचपीएल की सचिव श्रीमती रेखा सिन्हा ने की।