ईडी ने छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले के आरोप में पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे समेत 14 ठिकानों पर की छापेमारी
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में शराब घोटाले की जांच के तहत पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल और उनके सहयोगी व्यापारियों के 14 ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई 2019 से 2022 के बीच राज्य में कथित तौर पर हुए 2,161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले के सिलसिले में की गई है।
ईडी की टीम ने चैतन्य बघेल के आवास के अलावा उनके करीबी सहयोगी और व्यवसायी लक्ष्मी नारायण बंसल के परिसरों की भी तलाशी ली। जांच एजेंसी ने दावा किया है कि चैतन्य बघेल अवैध रूप से अर्जित धन के लाभार्थी थे। इससे पहले, ईडी ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को भी गिरफ्तार किया था, जिन पर आरोप था कि उन्होंने घोटाले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अवैध शराब व्यापार के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहे।
ईडी के मुताबिक, घोटाले से प्राप्त आय को रियल एस्टेट निवेश में लगाया गया, जिससे राज्य के खजाने को नुकसान हुआ। इस ताजा कार्रवाई ने छत्तीसगढ़ में राजनीतिक तूफान मचा दिया है। कांग्रेस ने इसे राजनीति से प्रेरित बताते हुए विरोध प्रदर्शन किया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बयान में कहा, “यह छापेमारी राजनीति से प्रेरित है और इसका उद्देश्य पंजाब में कांग्रेस को रोकना है।”
अब तक, ईडी ने घोटाले में शामिल आरोपियों की 205 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। जांच जारी है और आने वाले दिनों में और खुलासे हो सकते हैं।