पहली बार का संक्रमण, कोरोना के हमले से दोबारा नहीं बचा सकता: अमेरिकी रिसर्च का दावा

चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: लांसेट रिस्परटॉरी मेडिसीन पत्रिका में प्रकाशित कोरोना से सम्बंधित एक रिसर्च में दावा किया गया है कि जिन्हें एक बार कोरोना हो चुका है और उन्होंने टीकाकरण नहीं कराया है उनको कोरोना के दुबारा संक्रमण हो सकता है। नई रिसर्च के मुताबिक, पहले संक्रमण के बावजूद युवाओं को कोरोना एक बार फिर से संक्रमित कर सकता है।

पत्रिका में प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक पूर्व का संक्रमण और एंटी बॉडीज की मौजूदगी के बावजूद कोरोना का टीकाकरण अभी भी इम्यून रिस्पॉन्स बढ़ाने, दोबारा संक्रमण रोकने और वायरस के ट्रांसमिशन को कम करने के लिए आवश्यक है। इसलिए, जरूरी है कि युवा हर संभव वैक्सीन लगवाएं।

आइकैन स्कूल ऑफ मेडिसीन, अमेरिका के शोधकर्ताओं का दावा है कि पूर्व के संक्रमण से इम्यूनिटी की गारंटी नहीं मिल सकती है। लिहाजा, जो लोग कोविड-19 संक्रमण से ठीक हो चुके हैं, उनको भी टीकाकरण की जरूरत है क्योंकि ये अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराती है।

पत्रिका में प्रकाशित रिसर्च में दावा किया गया है कि शोधकर्ताओं ने 2,346 युवाओं को जांचा। सभी प्रतिभागियों में से 189 सेरोपॉजिटिव थे (पहले ये कोरोना वायरस से संक्रमित और एंटी बॉडीज थी) और 2,247 प्रतिभागी रिसर्च की शुरुआत में सेरोनिगेटिव थे।

शोधकर्ताओं का कहना है कि दोबारा संक्रमित लोगों में कोरोना का असर औसतन 10 गुना उन लोगों के मुकाबले कम पाया गया जो पहली बार संक्रमित हुए हैं। यानी अगर किसी को कोरोना दूसरी बार हुआ है तो उसका असर कम होगा। शोधकर्ताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि अभी अध्ययन को और ज्यादा करने की जरूरत है।

 

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